ग्वालियर । जिले में अल्प वर्षा के कारण पानी की कमी को देखते हुए जल संरक्षण और जल संवर्धन के कार्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिले में जिला पंचायत और नगरीय क्षेत्र में नगर निगम के माध्यम से बहते पानी को रोकने हेतु बोरी बंधान के कार्य हाथ में लिए गए हैं। जिला पंचायत द्वारा चारों जनपद पंचायत क्षेत्र में 102 स्थानों पर बोरी बंधान कर बहते पानी को रोकने का कार्य किया गया है। इसके साथ ही नगर निगम ग्वालियर द्वारा भी मुरार नदी में चार स्थानों पर बोरीबंधान कर जल संरक्षण का कार्य किया गया है।
कलेक्टर राहुल जैन द्वारा दिए गए निर्देशों पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सभी जनपद पंचायतों में बोरीबंधान के कार्य को प्राथमिकता देते हुए 102 स्थानों पर बोरीबंधान के कार्य कराए गए हैं। बोरीबंधान के कार्य में मुरार जनपद पंचायत 17, बरई 20, डबरा 22 और भितरवार में 43 स्थानों पर बोरीबंधान का कार्य किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा बोरीबंधान के कार्य को मनरेगा में भी कराने की अनुमति दी गई है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नीरज कुमार सिंह ने सभी ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण के कार्य करने का अभियान चलाया है। इसके तहत अधिक से अधिक स्थानों पर बोरीबंधान के माध्यम से जल संरक्षण का कार्य हाथ में लिया जा रहा है। जल संरक्षण के कार्य को प्राथमिकता से करने हेतु सभी मैदानी अधिकारियों को भी क्षेत्र का भ्रमण कर अधिक से अधिक स्थानों पर बोरीबंधान के कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम ग्वालियर में भी मुरार नदी में चार स्थानों पर बोरीबंधान के माध्यम से जल संरक्षण का कार्य किया गया है।
इन गाँवों में बने हैं बोरीबंधान
विकासखण्ड मुरार के अंतर्गत चकमेहरोली, डबका-2, द्वारिकागंज, टिहोली, बेहट, हस्तिनापुर-2, वीरमपुरा, सिरोली, डांग गुठीना, बरेठा, बिल्हेटी, दुहिया, खेड़ा व भवनपुरा । विकासखण्ड घाटीगाँव (बरई) में चराईडांग, महरामपुरा, दौरार, कैंथा, रेंहट, तिघरा, रामपुरा, ओडपुरा, जखौदा व उम्मेदगढ़ । विकासखण्ड डबरा में चेतूपाड़ा, पठापनिहार, इकौना, धमनिका, सिरसा, लदेरा, किरोल, इकौना व चिरूली । विकासखण्ड भितरवार में किशोरगढ़, सिरसुला, सिंहारन, इकहरा, बागवई, मुसाहारी, सहारन, मस्तूरा, पलायछा, बनियातोर, नोनकीसराय, करहिया, लदवाया, पुरी, पिपरौ, दौलतपुर, चीनौर, ररूआ, बरौआ व बागवई ।