भोपाल। प्रदेश के सिवनी और छिंदवाड़ा में हुए बच्चियों के रेप के मामलों को गंभीरता से लेते हुए आज मंत्रालय में सुबह 10 बजे मुख्य सचिव आर परशुराम ने आला अधिकारियों की बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बुलाई गई इस बैठक में मुख्य सचिव ने देश में चल रहे महिला हिंसा और रेप के मामलों पर चिंता व्यक्त की। साथ ही प्रदेश में ऐसे मामलों पर कठोर और सख्त कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए। मुख्य सचिव ने महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव बीआर नायडू और महिला सशक्तिकरण संचालनालय की संचालक कल्पना श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि वे ऐसी शार्ट टर्म योजनाएं बनाएं, जिससे प्रदेश में महिलाओं के प्रति सकारात्मक माहौल निर्मित हो।
घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं के केस में संवेदनशीलता बरती जाए। अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अरुणा शर्मा को ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आईएस दाणी को सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के साथ पुलिस बल द्वारा चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए। वहीं बलात्कार के मामलों में अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए। लोगों में चेतना जागृत कराने के उद्देश्य से स्कूल और कॉलेज स्तर पर वर्कशाप आयोजित कराई जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सकारात्मक माहौल विकसित किया जाए। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाए, जिनका सामाजिक व्यवहार सही नहीं है। उन्होंने बाल अपराधों के निपटान पर भी जोर दिया।