इंदौर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी इंदौर में दो सगे भाई मिलकर नकली शुद्ध घी बनाने का काम कर रहे थे। गुरुवार को क्राईम ब्राँच व खाद्य विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही कर मामला पकडा है। दोनों भाई दिलीप अग्रवाल पिता फूलवन्द अग्रवाल निवासी कान्यकुब्ज नगर एवं मनोज अग्रवाल निवासी . महेश नगर के सोमानी नगर एवं मल्हारगंज में स्थित प्रिया ट्रेडर्स पर यह कार्यवाही की गई। इस दौरान मौके पर 250 लीटर नकली घी बरामद व मिलावट करने वाला पात्र भी मिला। खाद्य विभाग इसके सैम्पल लिए गए।
पुलिस के मुताबिक असली घी व डालडा घी मिलाकर इसमे कैमीकल पाउडर मिलाया जाता था और वास्तु एगमार्क घी , गोकुल घी , अरुणा घी , एवेन्यू घी एवं श्रीधी घी का रैपर लगाकर बेचते थे। आरोपी घर पर ही किचन में यह मिलावट करते थे।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विवेक शर्मा व डीआईजी रूविवर्धन मिश्र के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। मुखबिर से सूचना मिली थी कि दोनों भाई अपने घर कान्यकुब्ज नगर एवं सोमानी नगर , मल्हार गंज में स्थित प्रिया ट्रेडर्स नामक दुकान पर मिलावटी घी को शुद्ध घी के रूप में श्रीधी घी व वास्तु एगमार्क के नाम से नई पैकिंग में बेचा जा रहा है। इस पर इनके व्यक्तियों के घर व दुकानों पर छापा डाला गया , मौके पर 15 टीन 15 लीटर वाले 15 से 20 डब्बे अमानक रूप से मिले जिनकी मात्रा 250 लीटर से भी अधिक है। जिनकी सैम्पलिंग खाद्य विभाग व्दारा ली गई है और मौके पर डालडा घी के डब्बे मिले और मिश्रण करने वाला पात्र भी मिला।
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि घी में डालडा ( वनस्पति घी ) एवं एसेन्स की खुशबू व कैमीकल पाउडर मिलाकर अन्य ब्राण्ड का घी तैयार कर बाजार में शुद्ध घी के रूप में बेचते थे।
इनके ब्दारा यह कार्य विगत कई वर्षों से किया जा रहा है और इनके व्दारा मिलावटी नकली घी को 350 से 400 रूपये प्रति लीटर बेचा जाता था।