ग्वालियर। क्राइम ब्रांच ने बड़ी मात्रा में नगदी बरामद की है। इस मामले में आरोपी बेहद शातिराना अंदाज में कार के माध्यम से परिवहन करते धरे गए हैं। पकडे गए आरोपियों की संख्या दो बताई जा रही है और बरामद नगदी दो करोड रुपये से ज्यादा है।
एडिशनल एसपी पंकज पांडेय के अनुसार गुरुवार-शुक्रवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि अज्ञात बदमांश जिले में अवैध हथियारों और नगदी का परिवहन कर उन्हें सीमावर्ती जिले में पहुचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी सूचना पर क्राइम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक दामोदर गुप्ता को तस्दीक करने का जिम्मा सौंपा गया। सूचना के मुताबिक खबर थी कि कुछ बदमांश एक चार पहिया वाहन से उत्तरप्रदेश के झांसी की ओर से आ रहे हैं। उक्त सूचना पर क्राइम ब्रांच ने मोहनपुर टोल नाके पर चैकिंग शुरू कर दी। इसी बीच एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार क्रमांक एमपी 07 सीडी 3238 आती दिखी। क्राइम ब्रांच ने कार रोककर तलाशी ली तो पिछली सीट के नीच एक लॉकर बना मिला। जिसे जब खोलकर देखा तो क्राइम ब्रांच के होश उड गए। क्योकि उसमें पांच सौ और सौ-सौ के एक करोड चार लाख तीस हजार रुपये थे। कार सवार दोनों व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपने नाम बृजनन्दन सोनी उम्र 48 साल पुत्र स्व. श्री नन्द लाल सोनी निवासी जुगियाना मुन्नालाल की धर्मशाला के पीछे झांसी उत्तरप्रदेश और राजेश ऐरचिया उम्र 49 साल पुत्र स्व. श्री बाबूराम निवासी पंचवटी कॉलोनी, झांसी, उत्तरप्रदेश बताये गए। प्रारंभिक पूछताछ में पकडे गए युवकों ने बताया कि उक्त रकम झांसी निवासी कल्लू कमरिया द्वारा दी गई है। लेकिन कार की तलाशी के दौरान क्राइम ब्रांच से चूक हो गई। क्योकि कार में एक और गोपनीय लॉकर था। मुखबिर के जोर देने पर क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर से कार की तलाशी ली तो एक और लॉकर मिला। लॉकर की चाबी नहीं मिलने के चलते गाडी को क्राइम ब्रांच दफ्तर ले जाया गया। यहां लॉकर को खुलवाया गया तो उसमें छियानवे लाख सत्तर हजार रुपये की नगदी मिली। ऐसे कार से क्राइम ब्रांच ने कुल दो करोड एक लाख रुपये बरामद किए। फिलहाल पुलिस ने आयकर विभाग को सूचना दे दी है और पकडे गए आरोपियों से पूछताछ कर जानने का प्रयास किया जा रहा है कि इतनी बडी रकम आखिर कहां से आई।