अशोकनगर ! भर्रोली गांव में हुए प्राचार्य के अंधे कत्ल में उलझी ईसागढ़ पुलिस को आखिरकार सफलता मिल गई। पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि प्रेमी से मिलने में बाधा बन रहे ससुर को बहू ने ही प्रेमी के हाथों मौत के घाट उतरवाया था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी सहित बहू और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बीती एक और दो जनवरी की रात हुई थी। बाद में 3 जनवरी को ससुर की लाश घर के पास नाले में मिली थी। मृतक ईसागढ़ कन्या हाईस्कूल में प्राचार्य के पद पर पदस्थ थे। मृतक के पुत्र कपिल रघुवंशी ने 2 जनवरी की दोपहर में ईसागढ़ थाने में पिता की गुमशुदगी कायम कराई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो अगले दिन सुबह गांव के नाले मेें माधौसिंह रघुवंशी का शव मिला। गर्दन पर चोट के निशान थे। आसपास तलाशने पर पास ही स्थित कुंआ में मृतक द्वारा प्रयुक्त होने वाला बिस्तर भी मिला था। पुलिस को फोरेंसिक जांच के दौरान कमरे की दीवार, परदे एवं फर्श पर भी खून मिला था। जिससे यह लग रहा था कि कत्ल घर में ही हुआ है। मृतक के गले पर मिले निशान एवं मेडिकल रिपोर्ट में सिर पर वजनदार वस्तु से वार करने की पुष्टि हुई थी। जिससे मामला अवैध संबंधों की ओर भी इशारा कर रहा था। शंका के आधार पर पुलिस ने घर में मौजूद बहू कल्पना पत्नी संजीव रघुवंशी से पूछताछ की तो उसने जुर्म स्वीकार कर लिया। कल्पना के बयान पर पुलिस ने आरोपी धर्मेन्द्र निवासी जंघार को हिरासत में ले लिया। धमर्ेंद्र ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार कर ली। साथ ही वह कुल्हाड़ी भी बता दी, जिससे हत्या की गई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी धर्मेन्द्र और कल्पना के बीच अवैध संबंध थे। प्राचार्य इन संबंधों में आड़े आ रहे थे। जिससे तंग आकर कल्पना ने धर्मेन्द्र के हाथों ससुर की हत्या करवा दी।
सुनियोजित ढंग से दिया वारदात को अंजाम: दूसरी ओर आरोपी बहू कल्पना और धर्मेन्द्र ने उनके बीच किसी भी प्रकार के अवैध संबंधों को सिरे से नकार दिया। कल्पना के मुताबिक, उसके ससुर मृतक माधौ सिंह अवैध संबंध बनाना चाहते थे। मैंने इसकी शिकायत देवर, जेठ सहित परिजनों से की थी। मगर सभी ने लोक लाज के डर से मुझे मुंह बंद रखने को कहा। पुलिस में भी रिपोर्ट नहीं करने देते थे। जिससे मैं मजबूर हो गई थी और मैंने हमारे यहां काम करने वाले धर्मेन्द्र से कहां कि मैं तुम्हारी बहिन की शादी के लिए पैसे दूंगी। तुम मेरे ससुर की हत्या कर दो। कल्पना ने यह भी बताया कि 31 दिसम्बर की रात उसके ससुर ने उससे यादती करने का प्रयास किया था। उस समय सास माऊण्ट आबू गई हुई थी, जिसके बाद हमने हत्या की योजना बनाई।
कुल्हाड़ी से किए 5 वार: हत्या के आरोपी धर्मेन्द्र ने बताया कि कल्पना ने घटना की रात ससुर को नींद की गोली दे दी थी। इसके बाद मैंने गैराज में सोते हुए माधौ सिंह के सिर पर वार किए। जब वह चीखने लगे तो गले पर वार किए। बाद में प्राचार्य की ही टीव्हीएस मोपेड से उसका शव नाले में फेंक दिया। बीए पास कल्पना के दो लड़के है, इनमें से एक की उम्र 12 व दूसरे की 3 साल है। वही 21 वर्षीय धर्मेन्द्र नवमी तक पढ़ा है।

 

 

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