ग्वालियर। भिण्ड जिले में रेत खदानों पर अबैध खनन रोकने के लिए पुलिस ने कडे कदम उठाए है। जिले की 46 रेत खदानों पर नजर रखने के लिए खुफिया तौर पर पुलिस द्वारा तो निगरानी की ही जाएगी, इसके लिए ग्रामीण लोगों की भी मदद ली जाएगी जो खदानों पर होने वाली गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देंगे। जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि भिण्ड जिले के लहार, रौन, ऊमरी, असवार, अमायन, मेहगांव, नयागांव थाना क्षेत्र के अर्न्तगत संचालित रेत खदानों पर बंदूकों के दम पर अबैध खनन करने वालों के विरुद्ध पुलिस ने जमीनी कार्यवाही शुरु कर दी है। अब जिले में अबैध खनन पर पूरी तरह रोक लगाई जाएगी। प्रत्येक रेत खनन वाले क्षेत्र के निजी लोगों को इस काम में लगाया जाकर उनकी मदद से इस कारोवार पर रोक ही नहीं लगेगी बल्कि अबैध खनन कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिछले एक दशक में रेत खदानों पर कितने अपराध घटित हुए तथा उन पर अपराधों में कितने लोगों को नामजद किए जाकर कार्यवाही की गई। ऐसे लोगों की थानावार सूची बनाई जा रही है। रेत के अबैध कारोवारी जो बंदूक के दम पर इस कारोवार को कर रहे है उन पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाएगा।
भिण्ड जिले में रेत कारोवार को लेकर एक दशक में 4 दर्जन से अधिक लोगों की हत्यायें हो चुकी है। इन हत्याओं का ग्राफ बढता ही जा रहा है। रेत खदानों पर गोलिया चलना तो आम बात हो गई है। रेत का अबैध कारोवार लंबे समय से चल रहा है। प्रशासन द्वारा कभी कार्यवाही की भी जाती है तो कार्यवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर जानलेवा हमले भी होते हैं।