ग्वालियर। भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में एक महिला की नसबंदी के दौरान मौत को लेकर परिजनों ने हंगामा कर शव सडक पर रखकर चक्काजाम को लेकर उपजे विवाद में नसबंदी करने वाले डॉक्टर हिमांशु बंसल को तत्काल जिला चिकित्सालय से हटाकर गोहद अस्पताल में पदस्थ कर दिया है। मृतक महिला का अंतिम परीक्षण डॉक्टरों के पेनल से कराया गया है।
भिण्ड विकास खण्ड के ग्राम दबोहा निवासी मुकेश जाटव ने अपनी पत्नी श्रीमती मिथलेश 26 वर्ष अपनी सास वैजंतीबाई को साथ लेकर भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में नसबंदी कराने आई थी। जहां अस्पताल के डॉं. हिमांशु बंसल ने महिला का नसबंदी ऑपरेशन किया। नसबंदी के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। कुछ देर बाद महिला को घबराहट होने पर उसे महिला डॉं. रश्मि गुप्ता ने चैक किया। हालत बिगडने पर उसे ड्रिप लगा दी गई। महिला की ड्रिप लगाने के बाद भी हालत नहीं सुधरी और उसकी मौत हो गई। महिला की मौत के बाद उसके परिजनों ने जिला चिकित्सालय में हंगामा कर दिया। बाद में महिला के परिजनों ने चिकित्सालय के बाहर सडक पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। हालात बिगडने पर मौके पर पहुंचे भिण्ड एसडीएम संतोष तिवारी व पुलिस के अधिकारियों की समझाइस पर मृतिका के परिजनों ने चक्काजाम खोला।
भिण्ड शासकीय जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉं. केके दीक्षित ने बताया कि नसबंदी के बाद महिला की मौत के कारणों को जानने के लिए उसका डॉक्टरों के पैनल से पोस्ट मार्टम कराया गया है। मृतिका के परिजनों को रेडका्रस सोसाइटी से 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी तथा नसबंदी ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर हिमांशु बंसल को भिण्ड चिकित्सालय से हटाकर गोहद पदस्थ कर दिया गया है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जाएगी।