1111ग्वालियर। भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में मरीजों के इलाज के लिए आने वाली जीवन रक्षक दवाएं जरुरतमंदों के देने के वजाय अस्पताल परिसर में बने सेप्टिक टैंक में फेंकी जा रही है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब भोपाल से आई गुणवता नियंत्रक टीम ने भिण्ड कलेक्टर इलैया राजा टी के साथ चिकित्सालय के मेडीकल स्टोर व सेप्टिक टैंक का निरीक्षण किया तो भारी मात्रा में मेडीकल स्टोर व सेप्टिक टैंक से एक्सपायरी दवाएं बरामद की। कलेक्टर ने इसे बडा गंभीर मामला मानते हुए जांच टीम घटित कर स्टोर इंचार्ज वीके गौड को निलंबित कर दिया है।
भोपाल से ड्रग विभाग के उपप्रबंधक हिमांशु त्रिपाठी व गुणवता सलाहकार सोमनाथ सिंह कल भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय आए। जहां उन्होंने चिकित्सालय के मेडीकल स्टोर का निरीक्षण किया। तो स्टोर में रखी दवाओं के साथ एक्सपायरी दवाएं भी भारी मात्रा में छिपाकर रखी गई थी उनको पकडा। जब मेडीकल स्टोर में एक्सपायरी दवाएं पकडी जा रही थी तभी टीम को पता चला कि भारी मात्रा में दवाईयां अस्पताल परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक में भी फेंकी गई है। तो जांच टीम ने सेप्टिक टैंक से भी भारी मात्रा में दवाईयां बरामद कर जप्त की गई। 31 तरह की जप्त की गई दवाईयों की कीमत 7 लाख रुपए बताई गई है।
भोपाल के ड्रग उप प्रबंधक हिमांशु त्रिपाठी ने बताया कि भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में स्थित मेडीकल स्टोर का निरीक्षण किया गया तो स्टोर में छिपाकर रखी गई एक्सपायरी दवाएं व सेप्टिक टैंक से बरामद दवाओं को जप्त किया गया है। मेडीकल स्टोर का रिकॉर्ड भी सही नहीं मिला है। जांच में ऐसी भी एक्सपायरी दवाएं मिली जिन्हें स्थानीय स्तर पर बाजार से खरीदी गई थी फिर उनको मरीजों को नहीं दी गई। इस मामले में स्टोर कीपर डीके गौड को निलंबित किया गया है तथा नोडल अधिकारी डॉं. एसके व्यास को निलंबित करने का प्रस्ताव भिजवाया गया है। ेे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *