भोपाल : जनसंपर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य डॉ. नरोत्तम मिश्र ने आज विधानसभा में उज्जैन, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़ जिलों में क्रियान्वित सिंचाई सुविधाओं की जानकारी विधानसभा सदस्यों को प्रदान की। मंत्री डॉ. मिश्र ने विधायक दिलीप सिंह शेखावत के प्रश्न के उत्तर में बताया कि उज्जैन जिले के नागदा, खाचरौद क्षेत्र में सिंचाई, पेयजल और औद्योगिक उपयोग के लिए जल उपलब्ध कराने के लिए चम्बल नदी की सहायक बागेड़ी नदी पर चंदवासला परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
विधायक कुंवर सिंह टेकाम के प्रश्न के उत्तर में डॉ. नरोत्तम मिश्र ने बताया कि सीधी और सिंगरौली जिलों के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र धौहनी में बरचर परियोजना क्रियान्वित की जा रही है। इससे सीधी जिले में ३२९० हेक्टेयर में रूपांकित सिंचाई क्षमता और वर्ष २०१६-१७ में १४०९ हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हुई है। अनोहरा डोल योजना निर्माणाधीन है जिसकी रूपांकित सिंचाई क्षमता ३७८ हेक्टेयर होगी। अन्य लघु योजनाओं में सीधी जिले में बकिया बांध, कोडार बांध, जलधर बांध, बिरनई बांध, देवरी बांध, बेलहा बांध, चुवाही बांध का लाभ किसानों को मिलना प्रारंभ हो गया है। इसी तरह सिंगरौली जिले में पोड़ी जलाशय, महुआ गांव जलाशय और शाजापानी जलाशय से भी किसान सिंचाई सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। सीधी जिले में सोहरा बांध, सेर बांध और करवाई बांध के कार्य भी लगभग पूर्ण हो गए हैं।
मंत्री डॉ. मिश्र ने विधायक के.के. श्रीवास्तव के प्रश्न के उत्तर में बताया कि टीकमगढ़ जिले में सुजारा बांध परियोजना में विस्थापित परिवारों के लिए दो पुनर्वास कालोनियां बनाई जा रही हैं। ये कालोनियां नवीन पुरैनिया और नवीन दरगुंआ में बनाई जा रही हैं। नवीन पुरैनिया कालोनी में प्राथमिक शाला भवन, माध्यमिक शाला भवन, सामुदयिक भवन, आंगनवाड़ी भवन, शांति धाम, पेयजल टंकिया, डब्ल्यू. बी.एम. सड़क, जल निकासी के लिए नालियां और विद्युत व्यवस्था की जा चुकी है। नवीन कालोनी दरगुआं में भी सभी बुनियादी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। करीब ५० प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गए हैं। मंत्री डॉ. मिश्र ने बताया कि पुनर्वास कार्यों की कार्यवाही तेजी से पूरी की जा रही है। मंत्री डॉ. मिश्र ने विधायक श्री रामकिशन पटेल को भी रायसेन जिले के उदयपुरा विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की।