भोपाल। कांग्रेस का विधायक दल लगातार टूटता जा रहा है। आज कांग्रेस पार्टी के 25वें विधायक ने श्री कमलनाथ को अपना नेता मानने से इनकार करते हुए विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस पार्टी के मैनेजमेंट गुरु श्री कमलनाथ के पास अब केवल 89 विधायक बचे हैं।
मांधाता विधायक नारायण पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्य में अब 27 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव कराए जाएंगे। पटेल ने विधायक पद से अपना इस्तीफा प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। यह माना जा रहा है कि वे अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लेंगे। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के मांधाता विधायक नारायण पटेल के बारे में पार्टी नेताओं को बुधवार को सूचना दी गई कि उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। वे भाजपा नेताओं के संपर्क में थे और इसके बाद आज न उनसे घर पर संपर्क हो पा रहा है, न मोबाइल से ही बात हो पा रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा अपने विधायकों से लगातार संपर्क रहने की जिम्मेदारी संभाल रहे वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी उनसे संपर्क करने का प्रयास किया मगर उनकी भी पटेल से बात नहीं हो सकी।
काफी प्रयास के बाद वर्मा की नारायण पटेल के बेटे से बात हुई और वह भी उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सका। सूत्र बताते हैं कि नारायण पटेल की तलाश करते-करते कांग्रेस को यह जानकारी लगी कि विधायक ने हाल ही में 80 लाख का ऋण इंदौर से लिया है। यह ऋण क्यों लिया गया और किसलिए लिया गया, इसे बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। पार्टी के तमाम नेता विधायक नारायण पटेल की जब तलाश में जुटे थे तब पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव की उनसे बात हुई। उन्होंने अपने आपको सकुशल बताया तो पार्टी नेताओं को सुकून मिला।
गौरतलब है कि अब तक कांग्रेस से 25 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है और 24 भाजपा में शामिल हो चुके हैं। विधानसभा चुनाव-2018 में कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी लेकिन अब उसके खाते में 89 विधायक बचे हैं।