भोपाल। प्रदेश में सरकार ने एक दिसंबर से प्रदेश के कॉलेजों को खोलने की घोषणा कर दी है। जबकि उच्च शिक्षा विभाग के प्रोफेसर से लेकर कुलपति तक लगातार कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। मौजूदा स्थिति में तीन विवि के कुलपति और एक विवि के रजिस्ट्रार कोरोना संक्रमण से ग्रसित होकर उपचार ले रहे हैं। ऐसे में विवि और कॉलेज खोलना विद्यार्थी और प्रोफेसरों के साथ जोखिम भरा हो सकता है।
कॉलेज और विवि की शैक्षणिक गतिविधियां संचालित बंद होने के बाद भी महू विवि की कुलपति डॉ. आशा शुक्ला, इंदौर विवि कुलपति डॉ. रेणू जैन और जीवाजी विवि कुलपति डॉ. संगीता शुक्ला और भोज मुक्त विवि के रजिस्ट्रार एचएस त्रिपाठी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। 23 विवि में तीन महिला कुलपति हैं और सभी कोरोना पाजिटिव हैं। मैपकास्ट के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी उपचार लेकर लौटै हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने एक दिसंबर से कॉलेज और विवि खोल कर शैक्षणिक गतिविधियां संचालित करने की घोषणा कर दी है। इससे विद्यार्थियों के साथ प्रोफेसर, कर्मचारी और अधिकारियों में ज्यादा संक्रमण फैलने के कयास लगाए जा रहे हैं।