इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग के खएडवा जिले के पंधाना क्षेत्र के माता बेडी में 16 नवम्बर शनिवार को हुए मां-बेटी के दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। 11 माह की बीमार बेटी का इलाज जिस तांत्रिक शेरू से सुनीता करवा रही थी, उसी के बेटे रमेश ने ही महिला से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी थी। मां सुनीता के संघर्ष को देख 11 माह की बेटी शिवानी जोर-जोर से रोने लगी तो उसे भी आरोपी ने चाकूओं से गोद दिया। हत्या के बाद खून से सने कपडे देख तांत्रिक पिता शेरू ने साक्ष्य मिटाने में रमेश की मदद की। इसलिए उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। मामले में पुलिस तांत्रिक शेरसिंह तेरसिंह उर्फ शेरू बाबा व उसके बेटे रमेश निवासी भीलखेडी सराई हाल मुकाम बडी माता क्षेत्र को गिरफ्तार कर लिया है।
शनिवार दोपहर माता बेडी क्षेत्र में सुरेंद्र जैन के तूअर के खेत में सुनीता पति राकेश बारेला (22) व उसकी बेटी शिवानी (11 माह) की गला रेती हुई लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। घटनास्थल के आसपास आटे की पोटली, भभूत, इलाइची के साक्ष्य मिलने से पुलिस को भी तांत्रिक पर ही संदेह हो रहा था।
सुनीता व बेटी शिवानी की हत्या के बाद आरोपी रमेश ने घर पहुंचकर पिता तांत्रिक शेरू से कहा मैंने दोनों की हत्या कर दी है। रमेश के कपडों पर खून लगा देख, शेरू ने कपडे उतरवाकर छिपा दिए और कहा किसी को भी मत बताना कि राकेश की पत्नी और बच्ची अपने घर आई थी। आरोपी शेरू को साक्ष्य मिटाने व आपराधिक षडयंत्र में शामिल होने पर धारा 201, 120 बी आईपीसी के तहत केस दर्ज किया।
एसपी डॉ. सिंह ने बताया कि सुनीता और उसकी बच्ची की हत्या का आरोपी रमेश बारेला भी शादीशुदा है। उसका एक बच्चा भी है। फिर भी आरोपी ने सुनीता को हवस का शिकार बनाया। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि आरोपी ने इससे पहले और कितनी महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी दस सवाल सुनने के बाद एक का जवाब देता है। पुलिस पूछताछ में भी उसने आसानी से मुंह नहीं खोला।
तांत्रिक शेरू और रमेश बारेला का पंधाना पुलिस ने कंट्रोल रूम से न्यायालय तक जुलूस निकाला। शिनाख्ती परेड के कारण आरोपियों को नकाब में रखा गया। न्यायालय में आरोपियों को पेश करने पर शेरू तांत्रिक का जेल वारंट व मुख्य आरोपी रमेश को एक दिन की रिमांड पर लिया है। दुष्कर्म के मामले में आरोपी की मेडिकल जांच होना बाकी है।