सागर ! 24 जनवरी के दोपहर करीब 2 बजे टेलीफोन द्वारा चिरई कॉलोनी स्टेशन हैडक्वार्टर के पीछे एक मकान मेें एक औरत एवं उसके लड़के का शव पड़े होनें की सूचना थाना केन्ट में दी गई जिसपर बी.एम द्विवेदी, थाना प्रभारी केन्ट स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचकर शवों की पहचान मृतक सरस्वती गौड़ उम्र 60 वर्ष एवं दिलीप गौड़ उम्र 20 वर्ष नि. चिरई कालोनी आर्मी स्टेशन हैडक्वार्टर के पीछे, सागर के रूप में की गई। मौके पर केपी खरे पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन सागर, आई.पी कुल्श्रेष्ठ उप पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज सागर, सचिन कुमार अतुलकर, पुलिस अधीक्षक सागर, पंकज पाण्डेय, अति.पुलिस अधीक्षक सागर, विवेक अग्रवाल, अति. पुलिस अधीक्षक, गौतम सोलंकी, नगर पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करनें एवं उक्त घटना का जल्द से जल्द खुलासा करनें के निर्देश दिए गए। उल्लेखनीय है कि घटनास्थल पर मृतिका के शव के आसपास मांस के टुकड़े (आंत जैसे) पाये गए थे, लेकिन मृतिका खून से लथपथ थी, उसका पुत्र भी मृत अवस्था में पास में ही पड़ा था। इस दोहरे अन्धे हत्या के प्रकरण को गंभीरता से लिया जाकर आरोपी की तलाश एवं प्रकरण को सुलझाने के लिये सचिन कुमार अतुलकर, पुलिस अधीक्षक सागर के द्वारा पंकज पाण्डेय, अति. पुलिस अधीक्षक सागर के मार्गदर्शन एवं गौतम सोलंकी, नगर पुलिस अधीक्षक सागर के नेतृत्व में, बी.एम द्विवेदी, थाना प्रभारी केन्ट एवं थाना केन्ट के स्टाफ की एक विशेश टीम गठित की गयी थी। जिनके द्वारा लगातार मेहनत कर प्रकरण का 7 दिवस के अंदर खुलासा कर आरोपी शंकर बाल्मीक को पकडऩे में सफलता प्राप्त की गई।
प्रकरण में मृतिका सरस्वती गौड़ अकेली विधवा अपनें विकलांग मूकबधिर पुत्र दिलीप के साथ पेंशन के रूपये के सहारे जीवन यापन कर रही थी। मृतिका के परिवार के अन्य सदस्य जबलपुर एवं सागर में रहते थे। आरोपी शंकर केन्टोंन्मेंट में स्थाई सफाई कर्मचारी था। स्टेशन हैडक्वार्टर के पीछे, मृतिका के निवास स्थान केे पास सुबह ड्यूटी हेतु आना एवं वहीं से घर जाना करता था। जिससे मृतिका से आरोपी की जान पहचान हो गई। आरोपी प्रतिदिन सफाई का कार्य करनें के दौरान कबाड़ मृतिका के घर पर रखकर शाम/रात्रि में साइकल से कबाड़ उठानें आता था। 23 जनवरी 2016 को करीब दोपहर दो बजे आरोपी शंकर बाल्मीक कबाड़ मृतिका के घर पर रखकर अपनें घर चला गया। शाम करीब 07:30 बजे अरोपी शराब के नशें में मृतिका के घर के अंदर आया, मृतिका अंदर खाना बना रही थी। आरोपी द्वारा मृतिका के घर पर सामान रखने व घर न आने-जाने की बात कहकर, एवं घर के अंदर घुसने का विरोध करने पर मृतिका को धक्का दिया जिससे वह दीवार से टकराकर बेहोश हो गई। आरोपी नें मृतिका के साथ बलात्कार किया, मृतिका के तड़पने पर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। मौके पर ही कपड़ंो से हाथ पौछकर मृतिका के विकलांग मूकबधिर पुत्र दिलीप के द्वारा आरोपी के पहचानने के डर से गला दबाकर उसकी भी हत्या कर दी। करण के आरोपी शंकर पिता दलपत बाल्मीक उम्र 50 वर्ष नि. मडिय़ा वि_ल नगर थाना केन्ट सागर को गिरफ्तार कर उससे रक्त रंजित कपड़े जप्त किये गए है।