इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में निसंतान दंपत्ति को करूणानिधि अस्पताल और नर्सिंग होम में काम कर चुके दो डॉक्टर गैर कानूनी तरीके से बच्चियां बेचते थे। खरीद-फरोख्त करने के लिए उन्होंने अस्पताल में काम कर चुके वार्ड बॉय, नर्स और रिसेप्शनिस्ट को भी साथ लिया था। सभी का अलग-अलग कमीशन था। पुलिस ने गिरफ्तार महिला-पुरुष की निशानदेही पर शुक्रवार को अंबेडकर नगर में छापा मारकर खरीदार महिला और उसके घर से दो बालकों को बरामद किया है। 

वहीं गैंग से जुड़े नर्सिंग होम के रिसेप्शनिस्ट और महिला बेचवाल को भी गिरफ्तार किया है। अभी जिन दो डॉक्टरों के नाम सामने आए हैं उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल बच्चियों को शेल्टर होम भेजा गया है। जब तक उनके जैविक माता-पिता नहीं मिल जाते उन्हें वहीं रखा जाएगा। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि बच्चा चोर गैंग से बुधवार रात को गिरफ्तार किए गए तेजकरण उर्फ बबलू और शिल्पी तेलंग से पूछताछ के बाद 92, अंबेडकर नगर एलआईजी कॉलोनी में रहने वाली 35 वर्षीय रीत ठाकरे उर्फ रीत मकवाना पति हरिसिंह मकवाने के घर छापा मारा। उसके यहां से दो महीने व ढाई साल के दो बालकों को बरामद किया है।
रीत ठाकरे ने बताया कि उसने दोनों बेटे गैंग से खरीदे थे। रीत के पति हरि मकवाने भोपाल के एक कॉलेज में प्रोफेसर हैं। उनकी कोई संतान नहीं होने पर वे बच्चा चाह रहे थे। तभी तेजकरण से संपर्क हुआ और उसने इन्हें गैर कानूनी तरीके से बच्चियां बेची थी। तेजकरण और शिल्पी के बताए अनुसार महिला थाना प्रभारी ज्योति शर्मा की टीम ने छापा मारकर 50 साल की मधु उर्फ मेहनाज पिता युसूफ खान निवासी बेकरी गली मालवा मिल और 27 साल के अमित पिता मदन हाड़े निवासी 259 मछली फॉर्म खंडवा रोड को गिरफ्तार किया है।

मुख्यालय एएसपी मनीषा पाठक सोनी ने बताया कि दो दिन पहले जो 10 दिन कि बच्ची बरामद हुई थी, उसे तेजकरण और शिल्पा ने मधू उर्फ मेहराज खान के पास से लिया था। मधू ने कबूला कि उसने ये नवजात बच्ची का सौदा करूणा निधि हॉस्पिटल में खुद को रिसेप्शनिस्ट बताने वाले अमित हाड़े और डॉक्टर पवन राय से लिया था। ये सौदा हो जाता तो सभी को अपना-अपना कमीशन मिल जाता। इस गैंग में शामिल मधु गृहिणी है। उसका पति मेडिकल फिल्ड से जुड़ा है। बुधवार रात को जो बच्ची बरामद हुई है उसकी तबियत खराब होने पर अमित ने मधु को उसे सौंपा था, ताकि वह उसे किसी अस्पताल ले जाकर इलाज करवा ले।

पुलिस ने रीत ठाकरे से जो दो बच्चियां बरामद की है उनकी भी अलग-अलग कहानी आई है। पहला बच्चा जो दो माह का है उसे रीत ठाकरे को तेजकरण और शिप्ला तेलंग ने मधु के साथ मिलकर परदेशीपुरा चौराहे पर रीत ठाकरे को 1.20 लाख रुपए में बेचा था। जो ढाई साल का बच्चा बरामद हुई है। उसे रीत ठाकरे को खजराना चौराहे पर 1.20 लाख रुपए में करुणा हॉस्पिटल एवं नर्सिंग होम वाले डॉक्टर रमाकांत शर्मा ने तेजकरण उर्फ बबलू के साथ मिलकर बेचा था। पुलिस ने इन दोनों बालकों को बाल कल्याण समिती की माया पांडे और अनूप सिंघल के नेतृत्व में संजीवनी सेवा संगम और मातृ छाया आश्रम में रखा है। जब तक इनकी जैविक मां नहीं मिल जाती दोनों को वहीं रखा जाएगा।

एएसपी दंडोतिया के अनुसार अभी दोनों डॉक्टरों को हिरासत में ले लिया है। दोनों करुणा हॉस्पिटल एवं नर्सिंग होम से जुडे हुए बताए जा रहे हैं। दोनों के खिलाफ शिल्पा-बबलू-मधु और अमित ने आरोप लगाए हैं। दोनों को इस गैंग का सरगना बताया है। दोनों बच्चे कहां से लाते थे इसकी तस्दीक करवाई जा रही है। दोनों से पुछताछ के बाद उन्हें भी आरोपी बनाया जा सकता है।

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