सतना। मध्यप्रदेश के सतना लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसने एक छापामार कार्रवाई के दौरान मझगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पूर्व ब्लॉंक मेडीकल ऑफीसर (बीएमओ) व सीनियर मेडिकल अधिकारी डॉ. एसके वर्मा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त के अनुसार डॉ. एसके वर्मा सही पीएम रिपोर्ट बनाने के लिए भी 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे।
डॉक्टर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। रीवा लोकायुक्त एसपी राजेंद्र वर्मा ने बताया है कि शिकायतकर्ता शंकर सिंह गोंड निवासी ग्राम चितहरा ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि मझगवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ सीनियर मेडिकल ऑफीसर एसके वर्मा द्वारा पीएम रिपोर्ट बनाने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है।
लोकायुक्त के एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कराई। जांच में शिकायत सही एवं प्रमाणित पाई गई। इसके बाद सोमवार को डीएसपी देवेश पाठक के नेतृत्व में 15 सदस्य दल ने सतना जाकर कार्रवाई की। बताया गया है कि डाक्टर एसके वर्मा ने शिकायतकर्ता को अपनी क्लीनिक के पास में स्थित एक मेडिकल दुकान में काम करने वाले युवक को रिश्वत की राशि देने के लिए कहा था।
गौरतलब है कि 14-15 अगस्त की रात चितहरा निवासी अरुण सिंह के 5 वर्षीय पुत्र संजीव सिंह की सर्पदंश से मौत हो गई थी। इस मामले में पीडित परिवार को मुआवजा मिलना था। इसीलिए सही पीएम रिपोर्ट बनाने के लिए भी रिश्वत वसूली जा रही थी।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र वर्मा ने आज यहां बताया कि शिकायत सही पाई गई थी, जिस पर सोमवार को डाक्टर के विरुद्ध कार्यवाही कराई गई है। डॉं. एसके वर्मा के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है।