ग्वालियर। बहू को दवा दिलाकर लौट रहे जेठ पर रायफल तानकर आधा दर्जन बदमाश अपहरण कर जंगल में ले गए। सनसनीखेज बारदात भंवरपुरा थाना क्षेत्र के रपटा की है। जिसका पता चलते ही आधा दर्जन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और बदमाशों से बहू और जेठ को मुक्त कराने के लिए सर्चिंग की। सर्चिंग के बाद भी अपहृत और अपहरणकर्ता पुलिस के हाथ नहीं आए हैं। वहीं एक पुलिस पार्टी अपहरणकर्ताओं के घर भी रवाना की गई है, लेकिन उनका कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
बासोटा निवासी शशि (22) पत्नी बनिया गुर्जर की तबियत खराब थी। तबियत खराब देखकर शशि के जेठ रामेश्वर तथा विजय सिंह अपनी लायसेंसी रायफल लेकर उसे दवा दिलाने के लिए घाटीगांव आए थे। दवा दिलाने के बाद वह वापस आ रहे थे और अभी रपटा के पास पहुंचे ही थे कि तभी एक दर्जन लोगों ने उन्हें घेरा और चलती बाइक पर ही लाठी से हमला कर दिया। लाठी लगते ही बाइक अनियंत्रित हो गई और वे बाइक सहित सडक पर आ गिरे। इसी बीच हमलावरों ने उन पर रायफल तान दी और खुद को हमलावरों से घिरा देखकर रामेश्वर तो किसी तरह भाग निकला, लेकिन शशि के साथ ही विजय सिंह की रायफल छीनने के साथ ही बंदूक की नोक पर बंधक बनाया और अपहरण कर जंगल में ले गए।
वारदात का पता चलते ही थाना प्रभारी भंवरपुरा के साथ ही एसडीओपी प्रवीण अष्ठाना और आस-पास के थानों का बल मौके पर पहुंचा और जंगल में सर्चिंग की, लेकिन ना तो अपहरणकर्ता और ना ही अपहृत बहू और जेठ का सुराग लगा। पुलिस को रामेश्वर ने बताया कि अपहरण करने वालों में वीरेन्द्र गुर्जर, बच्चू गुर्जर, गणेश गुर्जर, मातादीन गुर्जर, नरेन्द्र सिंह, भूरी गुर्जर, रामअख्तयार सिंह गुर्जर, रामवीर गुर्जर और सुजान गुर्जर के साथ ही अन्य मौजूद थे।
पुलिस को अपहृत विजय सिंह के भाई रामेश्वर ने बताया कि शशि गुर्जा गांव की रहने वाली है और उसके पिता ने उसकी सगाई निरार निवासी मातादीन गुर्जर के बेटे से तय की थी, लेकिन शशि को यह रिश्ता पसंद नहीं था और तीन माह पूर्व उसने बनिया गुर्जर से कोर्ट मैरिज कर ली थी। वारदात के बाद पुलिस ने जंगल की सर्चिंग के साथ ही एक पुलिस पार्टी निरार गांव भेजी, लेकिन वहां पर आरोपी अपने घरों पर नहीं मिले।