भोपाल। मध्यप्रदेश को 18 आईएएस और आठ आईपीएस अधिकारी मिलने वाले है। इसके लिए दस सितंबर को दिल्ली में संघ लोक सेवा आयोग के दफ्तर में राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा और राज्य पुलिस सेवा से भारतीय पुलिस सेवा में अफसरों को पदोन्नत करने के लिए डीपीसी की बैठक हो रही है। दस दितंबर को दिल्ली में होंने वाली बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा,पुलिस महानिदेशक विवेक जोहरी, सामान्य प्रशासन विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ती गौड़ मुकर्जी, यूपीएससी के सदस्य, दो केन्द्रीय सेवा के अफसर और एक राज्य के अपर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी शामिल होंगे।
अठारह अफसर बनेंगे आईएएस: राज्य प्रशासनिक सेवा के 18 अफसरों को पदोन्नत कर आईएएस बनाया जाएगा। इसके लिए होंने वाली डीपीसी मे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक की प्रमुख सचिव दीप्ती गौड़ मुकर्जी और यूपीएससी के सदस्य भी शामिल होंगे।
विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करने में देरी की वजह से पीछे रह गए राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजेश ओगरे, विवेक श्रोत्रिय, अरुण परमार और भारती ओगरे भी वरिष्ठता क्रम में पीछे आ गए थे। 1995 बैच होने के बावजूद ये अभी तक आईएएस नहीं बन पाए है। जबकि 1996 बैच के अधिकारी आईएएस बन चुके है। वरिष्ठता को लेकर इन सभी अधिकारियों ने केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण में याचिका दायर की थी। यहां मामला विचाराधीन है। लेकिन अब इनका क्रम आ गया है। विनय निगम और वरदमूर्ति मिश्रा वरिष्ठ होंने के बाद भी वरिष्ठता क्रम में और नीचे होने के कारण संभवत: इस बार भी पदोन्नत नहीं हो पाएंगे।
पंकज शर्मा, केदार सिंह , राजेश बाथम, संतोष कुमार वर्मा,दिनेश कुमार मौर्य, विकास मिश्रा, अजय श्रीवास्तव, मीनाक्षी सिंह, कैलाश वानखेड़े, अमर बहादुर सिंह, मनीषा सेतिया, नीरज कुमार वशिष्ठ।
राज्य पुलिस सेवा के आठ अधिकारी आईपीएस बनेंगे। इसमें 95-96 बैच के राज्य पुलिस सेवा के 24 अफसरों के नामों पर विचार किया जाएगा। अनिल मिश्रा और देवेन्द्र सिरोलिया की विभागीय जांच के चलते उनकी पदोन्नति अटक सकती है। इन दो अफसरों के बाद यशपाल सिंह, धर्मवीर सिंह, अरविंद कुमार तिवारी, प्रियंका मिश्रा, वीरेन्द्र मिश्रा, प्रमोद सिन्हा, विजय भागवानी और राजीव मिश्रा के नामों पर मुहर लग सकती है।