भोपाल। खाद्य पदार्थों की मिलावट को लेकर गंभीर राज्य सरकार ने अब मिलावट की सूचना देने पर इनाम देने का ऐलान कर दिया है। अब पुख्ता सूचना देने वाले को इनाम भी दिया जाएगा और उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा। अभी तक मिलावट खोरों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती थी। लेकिन नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद उज्जैन में बेकरी सॉर्टनिंग नाम पर नकली घी बनाने के आरोपी कीर्ति वर्धन केलकर के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में कार्यवाही की गई। पुलिस ने केलकर को आधी रात को घर से गिरफ्तार किया।

स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने उज्जैन में मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में आम आदमी के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जा सकता। उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों की सूचना देने वाले को इनाम दिया जाएगा और उसका नाम गुप्त रखा जाएगा।

नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद अन्य पर होगी एफआईआर

नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन रविन्द्र सिंह ने बताया कि गत 20 जुलाई से मिलावटखोरों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान में विभिन्न खाद्य पदार्थों के 1468 नमूने लिए गए हैं। राज्य खाद्य प्रयोगशाला द्वारा नमूनों का विश्लेषण किया जा रहा है। प्रयोगशाला में 413 नमूने विश्लेषण की प्रक्रिया में हैं। इनमें से 40 नमूनों की जांच पूरी हो चुकी है। जांच में 20 नमूने मानक, 15 नमूने सब-स्टेन्डर्ड और 3 नमूने मित्याछाप के पाए गए हैं। ग्वालियर जिले में 3, राजगढ़ में 2, खरगोन और गुना जिलों में 1-1 मिलावटखोरों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।

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