उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन लोकायुक्त ने आज 15 सितम्बर मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। यहां बड़नगर के सीएमओ के घर छापा मारकर करोड़ों की अनैतिक संपति उजागर की। टीम ने सुबह सीएमओ के तीन ठिकानों उज्जैन, बड़नगर और माकड़ौन में एक साथ दबिश दी। शुरुआती जांच में करीब तीन करोड़ की कमाई की बात सामने आई है। सीएमओ के घर से करीब 4 लाख की नकदी, लाखों के सोने-चांदी के जेवर, दो आलीशान मकान, जमीन, एक निर्माणाधीन होटल समेत अन्य प्रॉपर्टी मिली।
लोकायुक्त इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि बड़नगर सीएमओ कुलदीप टीनसुख के खिलाफ जून 20 में अनुपातहीन संपत्ति को लेकर एक शिकायत हुई थी। जांच में मामला सही पाए जाने पर आज सुबह टीम ने छापा मारा।
लोकायुक्त इंस्पेक्टर बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि बड़नगर सीएमओ के खिलाफ अनुपातहीन संपत्ति को लेकर की गई जांच में यह पता चला कि 16 साल की नौकरी में इन्हें करीब 30 लाख रुपए सैलरी मिली। लेकिन शुरुआती जांच में ही करोड़ों की संपत्ति सामने आई है। जांच में एक मकान माकड़ौन में, दो लग्जरी कार, दो स्कूटी, दो बाइक, साढ़े 3 एकड़ जमीन, उज्जैन रेलवे स्टेशन के सामने कमर्शियल निर्माण की परमिशन ले रखी है, बिल्डिंग का काम भी चल रहा है। संभवतः होटल बना रहे हैं। इसके अलावा उज्जैन में एक दो मंजिला मकान, 4 लाख नकदी, सोने-चांदी के लाखों के जेवर मिले।
सोने-चांदी के जेवरों का आकलन किया जा रहा है।
श्रीवास्तव के अनुसार, इसके खिलाफ तीन करोड़ की अनुपातहीन संपत्ति होने का पता चला है। माकड़ौन में कैश और ज्वैलरी मिली है। 2004 में इन्होंने पंचायत सचिव के पद पर कार्य करना शुरू किया था। अभी ये राजस्व निरीक्षक के पद पर हैं। अभी इन्हें प्रभारी सीएमओ बड़नगर का प्रभार भी मिला हुआ है। दबिश के दौरान इनका एक दोस्त भी उनके घर पर सोते हुए मिला। इन्होंने अपने उस दोस्त के नाम पर ही कार समेत कई संपत्ति खरीदी है। जांच में यह भी पता चला है कि इसके अलावा भी कुछ दोस्तों के नाम पर इन्होंने प्रॉपर्टी खरीदी है।