
जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि दतिया का विकास मेरी प्राथमिकता में है। विकास कार्य में अवरोध आने से विकास की गति धीमी पड़ती है। आमजनता को नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि उपस्थित सभी शिक्षक बुद्धिजीवी वर्ग में आते है आप विकास में सहयोग करें।
मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष अवधेश नायक ने कहा कि पहले समय में जब बच्चे स्कूल जाते थे तो उत्सव मनाया जाता है और पाटी पूजन का कार्यक्रम होता था वर्तमान में स्कूल चले हम अभियान चल रहा है। इससे अप्रवेषी बच्चों को प्रवेश दिया जाता है उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए गुरूजन आगे आए और बच्चों को इस प्रकार से षिक्षा दे कि वह आगे चलकर अपने जिले प्रदेश व देश का नाम रोशन कर सके।
भाजपा जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह बुन्देला ने कहा कि शिक्षा विभाग इस प्रकार से प्रयास करें कि एक भी बच्चा छूटने ना पाए। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रजनी प्रजापति ने अपने उदबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि प्रदेश के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि हमे अपने आस-पड़ोस में रहने वाले गरीब लोगों के बच्चों पर भी ध्यान रखना है उन्हें स्कूल भेजने से हमें पुण्य मिलेगा। इस दौरान डॉ. रामजी खरे तथा विपिन गोस्वामी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, मण्ड़ी अध्यक्ष प्रतिनिधि जीतू कमरिया, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सतीष यादव, प्रशांत ढेंगुला, जिला षिक्षा अधिकारी आरएल उपाध्याय, डीपीसी अशोक त्रिपाठी, श्रीमती किरण गुप्ता, श्रीमती कुमकुम रावत आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता मनोज द्विवेदी ने किया।
स्कूलों के लिए दानदाता आगे आए
जिले के विभिन्न स्कूलों के लिए पंखा, पानी की टंकी आदि देने में दानदाताओं ने रूचि दिखाई है। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र के समक्ष दानदाताओं को सम्मानित किया। जिन्हें सम्मानित किया है उनमें डॉ. आलोक सोनी, क्षत्रिय महासभा की जिलाध्यक्ष श्रीमती कुमकुम राजे परमार, डॉ. एके खरे, श्रीमती सुषमाकांती श्रीवास्तव, डॉ. अरविन्द श्रीवास्तव, राजेश मोर, सुमित रावत आदि के नाम शामिल है।
बच्चों को प्रमाण-पत्र वितरित किए
जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों व शिक्षकों को प्रमाण-पत्र वितरित किए।