ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना में कल सुवह हुई आरटीआई कार्यकर्ता मुकेश दुबे 35 वर्ष की हत्या के 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का मुख्य कारण सोशल मीडिया पर महिला सरपंच के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करना और गांव में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करना सामने आया है। पुलिस ने मुरैना जिले के सुमावली की महिला सरपंच श्रीमती उपासना गुर्जर के पुत्र विक्रम सिंह गुर्जर व उसके फूफा भारत सिंह गुर्जर तथा भारतसिंह का पुत्र योगेश गुर्जर को गिरफ्तार किया है।
मुरैना के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने आज पत्रकारों को बताया कि प्रारभ्भिक जांच में पता चला था कि मुकेश दुबे इन दिनों सुमावली की महिला सरपंच श्रीमती उपासना गुर्जर उसके पति मनोज सिंह गुर्जर व सचिव धारासिंह के खिलाफ फैशबुक वाट्सअप पर भ्रष्टाचार की खबरें पोस्ट कर रहा था। मुकेश की आईटीआई एप्लिकेशन के आधार पर हासिल रिपोर्ट की वजह से सुमावली पंचायत के सचिव धारासिंह के खिलाफ कार्यवाही भी हो चुकी थी। महिला सरपंच का परिवार मुकेश दुबे की पोस्ट को अपमानजनक मान बैठा था। इस आधार पर पुलिस ने महिला सरपंच के घर दबिश दी तो वहां घर में कोई नहीं मिला। इसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि मुकेश की हत्या से सरपंच के परिवार का जरुर संबंध है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शक यकीन में बदलने के कारण पुलिस ने ग्वालियर के आंतरी के बौना गांव में महिला सरपंच के पति मनोज गुर्जर के फूफा भारतसिंह के घर जब दविश दी गई तो वहां भारतसिंह, उनका बेटा योगेश गुर्जर व महिला सरपंच का पुत्र विक्रम सिंह मिल गए। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मुकेश दुबे फैशबुक व वाट्सअप पर उनके परिवार के खिलाफ आपतिजनक व अपमानजनक पोस्ट कर रहा था। उसकी हरकतों की वजह से परिवार बदनाम हो रहा था। उससे बदला लेने के लिए मुकेश की 25 सितम्बर से तलाश कर रहे थे। आरोपियों ने बताया कि सोमवार की रात्रि को मुकेश नेशनल हाईवे क्रमांक 3 क्रास कर रहा था तभी उसका बैलेरो गाडी से पीछा कर उसे पकड लिया और जबरन गाडी में डाल लिया। और मटकोरा गांव में खेतों में ले जाकर उसकी बेसबॉल के डण्डों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।