दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के दो एटीएम को ब्लास्ट कर लाखों रूपये लूटने वाले 6 आरोपियों को दमोह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों ने हाल ही में पन्ना जिले के सिमरिया में भी उसी तकनीक से एटीएम ब्लास्ट कर लाखों रूपये उड़ाये थे। रविवार को दमोह पहुंचे सागर रेंज के आईजी अनिल शर्मा ने इस मामले का खुलासा करते हुए पत्रकारों को जानकारी दी। इस छह लोगों के गिरोह का सरगना सिविल इंजीनियर है जो प्रशासनिक सेवा से जुड़ी कई प्रमुख परीक्षाओं में भाग ले चुका है। उसने टीवी धारावाहिक क्राइम पेट्रोल से अपराध का तरीका सीखा था, जिसे उसने अपनाया और एटीएम से लाखों रूपये लूट लिये थे।
इन आरोपियों तक पहुंचने के लिए दमोह के पुलिस अधीक्षक हेमंत चैहान ने जिला स्तर पर एसआईटी गठित की थी, जो अपनी तरकीब लगाते हुए आरोपियों तक पहुच गई। आईजी अनिल शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों ने सागर संभाग में सबसे पहले दमोह जिले के पटेरा थाना क्षेत्र के डेवडोंगरा गांव में 6 मार्च 20 की रात करीब 9 बजे एसबीआई के एटीएम को ब्लास्ट कर 5 लाख 96 हजार लूटे थे और फरार हो गये थे।
इसके करीब दो माह बाद गैसाबाद थाना के हिनौता गांव में 17 मई 20 को रात 9 बजे फिर एसबीआई के एटीएम को ब्लास्ट कर 20 लाख 32 हजार रूपये ले उड़े और हाल ही में 19 जुलाई 20 को पन्ना जिले के सिमरिया में एसबीआई के एटीएम में ब्लास्ट कर 23 लाख रूपये लेकर फरार हो गये थे। दमोह पुलिस पहले से आरोपियों की तलाश में जुटी थी। इस मामले में उनके द्वारा दमोह जिले के दो घटनाक्रम पर 25 हजार रूपये और पन्ना में हुये घटनाक्रम के बाद 30 हजार रूपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा डीआईजी छतरपुर विवेक राज की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई, जिसमें पन्ना एसपी मयंक अवस्थी को बतौर सदस्य शामिल किया गया।
यहां दमोह एसपी हेमंत चैहान ने जिला स्तर पर एसआईटी का गठन किया। दमोह पुलिस को आरोपितों का सुराग लगा और उसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। लगातार पूछतांछ के बाद आरोपितों ने तीनों घटनाओं को कबूल कर लिया। उनके पास से अभी तक 25 लाख 57 हजार रूपये बरामद किये गये हैं। आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद उन्हें रिमांड पर लिया जायेगा, जिसके बाद उनसे बाकी जानकारी निकाली जायेगी।
आईजी अनिल शर्मा ने बताया कि आरोपी घटना क्रम में उपयोग की गई सामग्री के अलावा साढ़े 3 लाख रूपये के नकली नोट भी जब्त किये हैं। इसके अलावा घटना को अंजाम देने के लिये उपयोग की जाने वाली तीन बाइक, दो देशी पिस्टल, 8 जिंदा कारतूस, दो मोबाइल, डेटोनेटर, जिलेटिन रॉड, 3 लाख 50 हजार रुपये के नकली नोट, एक लेपटॉप, कलर प्रिंटर भी जब्त किया गया है।
आईजी शर्मा ने बताया कि पकड़े गये सभी छह आरोपी दमोह देहात थाना क्षेत्र के खजरी गांव के रहने वाले हैं। उनमें से एक आरोपी देवेंद्र उर्फ बलिराम पटैल सिविल इंजीनियर है और यूपीएससी जैसी बड़ी परीक्षाओं में शामिल हो चुका है। एसटीएम ब्लास्ट कर रूपये लूटने का तरीका उसने एक धारावाहिक क्राइम पेट्रोल से सीखा और उसके बाद उसने टीम बनाकर इन घटनाओं को अजाम दिया। घटना के बाद आरोपी रूपये आपस में बराबर बांट लेते थे और कुछ माह के लिए शांत बैठ जाते थे और अपने मोबाइल भी बंद कर लेते थे, इससे उनकी ट्रेसिंग नहीं हो पा रही थी, लेकिन पुलिस को एक क्लू मिला,
आईजी ने बताया कि आरोपियों ने दमोह व पन्ना के अलावा कटनी, जबलपुर जिले की घटनाओं को भी कबूल किया है। जिसमें 6 जून 2019 को जबलपुर जिले के नुनसर में, 25 अक्टूबर 19 को कटनी जिले के बहोरीबंद में, 24 नवंबर 20 को जबलपुर जिले के मझौली में इसके बाद 6 मार्च 20 को दमोह जिले के देवडोंगरा में, 17 मई 20 को दमोह जिले के हिनौताकलॉ गांव में और 19 जुलाई 20 को पन्ना जिले के सिमरिया में एसटीएम में ब्लास्ट कर लाखों रूपये उड़ा लिये थे। करीब दो माह बाद फिर ये घटना को अंजाम देते, लेकिन उससे पहले पकड़े गये।
आरोपी में सिविल इंजीनियर डिग्रीधारी देवेन्द्र पटेल पिता बलराम पटेल 28, जागे उर्फ जागेश्वर पिता गुड्डा उर्फ संतोष पटेल उम्र 27, छोटू उर्फ नीतेश पिता सुदमा पटेल 25, जयराम पिता मुन्ना लाल पटेल 32, राकेश पिता गणेश पटेल 24, परम पिता सूरत लोधी 30 शामिल हैं। सभी आरोपित दमोह देहात थाना के खजरी गांव के निवासी हैं।