भोपाल ! मध्य प्रदेश के 22 जिलों में औसत से कम वर्षा होने से फसलों को नुकसान हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि कम वर्षा से हुई फसल क्षति से प्रभावित किसानों की हरसंभव मदद की जाएगी। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह किसानों के साथ है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को अधिकारियों को कम वर्षा से उत्पन्न स्थिति से निपटने की कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसानों को संकट से उबारना राज्य सरकार का कत्र्तव्य हैं जिसे चुनौती मानकर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रभावित फसल का सर्वे पूरी ईमानदारी और संवेदनशीलता से किया जाए। फसल कटाई प्रयोग संयुक्त दल द्वारा पूरी दक्षता से किया जाए। जिससे किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ दिलाया जा सके। साथ ही उसके अनुसार दूसरी व्यवस्थाएं की जा सके।

मुख्यमंत्री ने जिलेवार वर्षा की स्थिति की समीक्षा की। साथ ही प्रदेश के बांधों और जलाशयों में सिंचाई के लिए उपलब्ध पानी, बिजली की स्थिति तथा उपलब्ध खाद-बीज का जायजा लिया। उन्होंने निर्देशित किया कि खाद का वितरण सही तरीके से किया जाए। साथ ही किसानों को जमीन में नमी के अनुसार बोनी करने और कम पानी वाली फसलें लेने की सलाह दी जाए। इसके अलावा उन्हें कीट के प्रति जागरूक किया जाए।

बैठक में किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने फसल की स्थिति का ब्यौरा दिया और बताया कि प्रदेश के 22 जिलों में सामान्य, 22 जिलों में सामान्य से कम और सात जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। प्रदेश में 823़3 मिली वर्षा हो चुकी है। प्रदेश के जलाशयों एवं बांधों में पर्याप्त पानी है। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबी सिंचाई के लिए पानी दिया जा सकेगा। कृषि कार्य के लिए पर्याप्त बिजली भी मुहैया कराई जाएगी। खाद-बीज का भी पर्याप्त भण्डारण है।

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