ग्वालियर। उत्तरप्रदेश के कानपुर निवासी 40 वर्षीय ऑटो पार्टस व्यापारी धर्मेंन्द्र द्विवेदी की उसकी कथित प्रेमिका ने उसके साथ शादी करने का झांसा देकर अपने पास बुलाया और अपने भाई और दो रिश्तेदारों के सहयोग से हत्या कर दी। लाश की शिनाख्त न हो सके और जंगली जानवर खा जाए इसलिए उसे अर्धनग्न अवस्था में भिण्ड जिले के अटेर थाना क्षेत्र के चंबल के किनारे बसे गांव के पास बीहड में फेंक दिया और उसकी कार को पावई थाना क्षेत्र के ग्राम डिढोना के पास माता मंदिर के पास लावारिस छोड दी। पुलिस ने इस अंधे कत्ल का खुलासा कर महिला, उसके भाई व एक रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शादी के लिए घर से लाए गए सोने के आभूषण भी बरामद कर लिए है। एक हत्यारोपी अभी फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने बताया कि 2 माह पूर्व धर्मेन्द्र द्विवेदी की पत्नी की मौत हो गई थी। धर्मेंन्द्र अपनी दुकान के पास रहने वाली ललिता मिश्रा 25 वर्ष (तलाकशुदा) से प्रेम करने लगा। धर्मेंन्द्र ललिता की हर तरह से मदद करता और आर्थिक सहायता के रुप में काफी बडी राशि भी दे चुका था। अब धर्मेंन्द्र द्विवेदी ने ललिता मिश्रा पर दवाव बनाया कि वह उससे शादी कर ले। जब बात किसी तरह काबू में नहीं हो रही थी तो ललिता मिश्रा ने अपने भाई पवन मिश्रा को बताया कि धर्मेंन्द्र मुझे परेशान करता है तथा जबरन शादी का दवाव बना रहा है। जब धर्मेंन्द्र किसी कीमत पर नहीं मान रहा था तो ललिता मिश्रा व उसके भाई ने धर्मेंन्द्र को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
महिला ललिता ने पुलिस को बताया कि धर्मेंन्द्र उसे प्रेम करता था पर उसने कभी उससे प्रेम नहीं किया। वह संपन्न परिवार का होने की वजह से उससे जबरन शादी का दवाव बना रहा था। वह उम्र में काफी बडा था फिर उससे कैसे शादी करती उसे कई बार उम्र का एहसास कराया पर वह मानने के लिए तैयार ही नहीं था। जब सभी प्रयास असफल हो गए धर्मेंन्द्र को समझाने के तो उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई। धर्मेंन्द्र से कहा कि उत्तरप्रदेश के आगरा जिले के चौरंगाहार में उसके मामा के यहां 28 नवम्बर की शादी है। हम वहीं शादी में शामिल होंगे और हम दोनों भी शादी कर लेंगे, धर्मेन्द्र मान गया। धर्मेन्द्र 28 नवम्बर को अपनी निजी कार, लायसेंसी रिवाल्वर, सोने के आभूषण व रुपए लेकर आया। कानपुर से धर्मेन्द्र के साथ कार में ललिता मिश्रा उसका भाई पवन मिश्रा आया। इटावा जिले के उदी मोड पर कार में ललिता का रिश्तेदार राकेश कटारे भी सवार हो गया। जहां धर्मेन्द्र की कार में ही रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी और कार को आगरा न ले जाते हुए भिण्ड के फूप ले आए जहां से उसे सुरपुरा होते हुए अटेर पहंुचे जहां राकेश ने अपने भाई सर्वेश कटारे को भी बुला लिया। धर्मेन्द्र का शव कनेरा गांव के रास्ते चंबल के बीहड में फेंका लेकिन धर्मेन्द्र की कहीं सांस न चल रही हो इसलिए उसकी कनपटी में एक गोली मार दी और शव को नग्न अवस्था में फेंक दिया जिससे उसे जानवर खा जाए। बारदात को अंजाम देने के बाद धर्मेन्द्र की कार को भिण्ड जिले के पावई थाना क्षेत्र के माता के मंदिर के पास बीहड में लावारिस छोड दिया कार की पहचान न हो सके इसलिए उसकी नम्बर प्लेट ही बिगाड दी। मृतक के सोने के जेवरात, लायसेंसी रिवाल्वर, व रुपए लेकर सभी फरार हो गए।
एएसपी अमृत मीणा ने बताया कि 29 नवम्बर को धर्मेन्द्र का शव बरामद हुआ था। 2 दिसंबर को ग्राम डिढोना माता मंदिर के पास उसकी कार बरामद हुई। कार के पीछे कांच पर चिपके स्टीकर पर मोबाईल नम्बर लिखा था। पुलिस ने जब नम्बर लगाया तो धर्मेन्द्र के भाई जितेन्द्र ने उठाया। जितेन्द्र ने बताया कि उसका भाई एक शादी में गया था अभी तक वापस नहीं आया है। जितेन्द्र को भिण्ड बुलाया तो उसने शव की पहचान धर्मेन्द्र के रुप में की। तब जितेन्द्र ने बताया कि दुकान के पडोस में रहने वाली महिला ललिता मिश्रा के उसके भाई से अनैतिक संबंध थे। पुलिस ने कानपुर से ललिता मिश्रा व उसके भाई पवन मिश्रा को हिरासत में लिया तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस ने धर्मेन्द्र की हत्या के आरोप में उसकी कथित प्रेमिका ललिता मिश्रा, पवन मिश्रा, राकेश कटारे को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी सर्वेश कटारे अभी फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। पकडे गए 3 आरोपियों से सोने के आभूषण, मृतक की लायसेंसी रिवाल्वर बरामद की है।

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