श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर शहर की सडकों पर खुले घूम रहे आवारा मवेशी रात के अंधेरे में लोगों की जान भी ले रहे हैं। शनिवार की रात में भी आवारा मवेशी के कारण एक हादसा हो गया जिसमें मां-बेटी की मौत हो गई। कोटा में अपने बीमार परिजन का हाल पूछकर लौट रहे परिवार की कार श्योपुर के खातौली तिराहा पैट्रोल पंप के सामने अंधेरे में सड़क से नीचे उतरकर पलट गई।
हादसे में एक माह की अबोध बच्ची की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि मां ने गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। हादसे के बाद दुर्घटनाग्रस्त कार का गेट नहीं खुलने के कारण उसमें सवार चारों लोग काफी देर तक फंसे रहे। इसमें कार चला रहे पति व एक अन्य युवती भी घायल हुई है। जिला अस्पताल में रविवार को पोस्टमार्टम के बाद मां- बेटी के शव को लेकर परिवार अपने गृहनगर हरियाणा के फतेहाबाद के लिए रवाना हो गया।
जानकारी के अनुसार सुरेंद्र सिंह शहर के साहेबपुर में बिजली ट्रांसफार्मर कंपनी के संचालक हैं। शहर के वार्ड 9 बायपास रोड पर शुभम कॉम्पलेक्स में उनका मकान है। शनिवार को वह अपनी पत्नी रविंद्र कौर, एक माह की बेटी सुखमन प्रीत और जागदा निवासी भारती शर्मा के साथ कोटा के एक निजी अस्पताल में भर्ती रिश्तेदार का हालचाल पूछने गए थे। वे शनिवार की रात जब अपने घर पर लौट रहे थे। जैसे ही उनकी कार खातौली तिराहा स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने पहुंची तभी उनकी कार के सामने अचानक मवेशी आ गए। । जिससे बचाने के प्रयास में कार सडक से नीचे उतर गई और तीन बार पलटा खाते हुए सडक से 15 फीट दूर जाकर खडी हो गई।
हादसे के बाद क्षतिग्रस्त कार का गेट नहीं खुलने के कारण उसमें सवार चारों लोग फंस गए। यहां गुजर रहे लोगों ने 200 मीटर दूर खातौली तिराहे पर तैनात पुलिस की डायल 100 वैन को सूचना दी। पुलिस की टीम 7 मिनट में मौके पर पहुंच गई। कार की खिड़की का कांच तोडकर उसमें फंसे लोगों को जिस वक्त बाहर निकाला तब तक एक माह की सुखमन प्रीत की सांसें थम चुकी थी।