किसान आंदोलन के पहले ही दिन शुक्रवार को हरा धनिया 60 व टमाटर 20 रुपए तक महंगा बिका। लौकी, गिलकी, हरी मिर्च समेत दूसरी सब्जियां भी महंगी हो गईं। जबकि आंदोलन के एक दिन पहले गुरुवार को बाजार में धनिया के दाम 40 रुपए, टमाटर 20, हरी मिर्च 40 से 50 रुपए थे।
किसानों के आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए एक दिन पहले गुरुवार को राजधानी के बिट्टन मार्केट स्थित फुटकर सब्जी बाजार में सब्जी की भरपूर आवक हुई। देर रात तक खरीदारी हुई। दूसरे ही दिन शुक्रवार को एकदम से भाव बढ़ गए। सब्जी विक्रेता जीवनलाल साहू व समीर खान ने बताया कि हड़ताल को लेकर किसानों में भय था कि कहीं उनकी सब्जी खराब न हो जाए। इसके चलते गुरुवार को बाजार में सब्जी की भरपूर आवक हुई।
गर्मी में सब्जी खराब न हो, इसकी संभावना को देखते हुए फुटकर दुकानदारों को दाम भी गिराने पड़े। लेकिन शुक्रवार को एकदम से आवक कम हो गई तो दाम बढ़ गए। आने वाले दिनों में दाम और बढ़ने की संभावना है। सब्जी विक्रेता लालचंद ने बताया कि आंदोलन के भय के चलते गुरुवार को ग्राहकों ने सब्जी ज्यादा खरीदी। इसके कारण शुक्रवार को कम बिक्री हुई।
भदभदा मंडी में 25 फीसदी आवक हुई –
किसानों की हड़ताल का असर भदभदा सब्जी मंडी पर साफ देखने को मिला। शुक्रवार को 15 से 20 ट्राली सब्जी ही आई। जबकि रोजाना 65 से 60 ट्राली सब्जी मंडी में बिकने आती है।
हड़ताल व मंडी बंद होने के कारण बढ़े दाम –
गुरुवार की तुलना में हरी सब्जियों के दाम शनिवार को एकदम से बढ़े गए। इसकी वजह किसानों की हड़ताल व करोंद सब्जी मंडी का बंद रहना है।
– हरिओम खटीक, व्यापारी संघ बिट्टन मार्केट
6 हजार क्विंटल सब्जी की आवक –
महीने की 1 तारीख को सब्जी मंडी बंद रहती है। फिर भी शुक्रवार 6 हजार क्विंटल सब्जी की आवक हुई। सामान्य दिनों में यह आवक 12 से 15 हजार क्विंटल होती है। हड़ताल का पहला दिन होने के कारण ज्यादा असर नहीं था। दूसरे दिन शनिवार को असर पड़ सकता है। सामान्य कारोबार चालू रहा।
– विनय कुमार पटैरिया, सचिव करोंद सब्जी मंडी