भोपाल। मप्र में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इस संकटकाल में कोरोना कंट्रोल का मुख्य जिम्मा संभालने वाले स्वास्थ्य महकमे में संकटकाल के साढे तीन महीनों में तबादला एक्सप्रेस तेजी से दौड़ रही है। आए दिन जिलों के सीएमएचओ, सिविल सर्जन और डॉक्टर्स के ट्रांसफर और पोस्टिंग हो रही है। मार्च से अब तक डेढ़ दर्जन जिलों के सीएमएचओ और एक दर्जन जिला अस्पतालों के सिविल सर्जन बदल दिए गए। ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर विभाग में मची उठा पटक से दूरस्थ जिलों के अधिकारी-कर्मचारी परेशान हैं।
देश में कोरोना के संक्रमण की चेन को ब्रेक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 मार्च को एक दिन का जनता कर्फ्यू का अनुरोध किया था। इसके ठीक एक दिन पहले 21 मार्च को भोपाल के जेपी अस्पताल की सिविल सर्जन अल्का परगनिहा को हटाकर बैरागढ़ सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद टंड़न को यहां भेजा गया था। चार दिन बाद ये आदेश बदलकर दोनों को यथावत रखा गया। सिंगरौली के सिविल सर्जन को हटाकर सीएमएचओ को प्रभार दिया गया। इसके अलावा जिन जिलों के अधीक्षक बदले गए उनमें बैतूल, उज्जैन, बालाघाट, रीवा, जबलपुर, भिंड़ और सागर के जिला अस्पतालों के सिविल सर्जन को बदला गया है। इनमें से भोपाल के जेपी अस्पताल की सिविल सर्जन का आदेश दो बार बदला गया। अब यहां डॉ. आरके तिवारी अधीक्षक हैं और डॉ. अल्का स्वास्थ्य संचालनालय में बतौर प्रभारी उप संचालक पदस्थ हैं।
भोपाल के सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया को जिला अस्पताल में अस्थि रोग विशेषज्ञ बनाकर क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक कार्यालय में उप संचालक डॉ. सुधीर जैसानी को भोपाल का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बना दिया गया। उसी दिन कुछ घंटों बाद ये आदेश रद्द कर जैसानी को होशंगाबाद और डेहरिया को भोपाल यथावत कर होशंगाबाद के सीएमएचओ डॉ दिनेश कौशल को क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक कार्यालय में संयुक्त संचालक बना दिया गया। इसके साथ ही मार्च से लेकर अब तक जिन जिलों के सीएमएचओ बदले गए उनमें भोपाल, होशंगाबाद, सिंगरौली, मंदसौर, बालाघाट, उज्जैन, सीधी, इंदौर, सागर,जबलपुर, ग्वालियर, शहडोल, छिंदवाडा, मंदसौर, नीमच, दमोह, देवास, श्योपुर के सीएमएचओ को बदला गया है।
स्वास्थ्य विभाग की तबादला एक्सप्रेस का रूट भी बदला गया। एक बार ट्रांसफर होने के बाद डॉक्टरों, डिप्टी डायरेक्टर्स और सिविल सर्जन सीएमएचओ के ट्रांसफर कैंसिल भी किए गए। अधिकारियों ने ट्रांसफर के नाम पर जमकर कमाई की है।