इंदौर. मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के लिए व्यापक तैयारी की जा रही है. सरकार ने मेडिकल स्टाफ को कोरोना वैक्सीन लगाने की ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है. दूसरी ओर कोरोना वैक्सीन के संभावित साइड इफेक्ट से निपटने की भी तैयारी कर ली गयी है. वैक्सीन आने के बाद तीन महीने तक मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को छुट्टी नहीं मिलेगी. सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन लगाने के लिए अलग से एक OPD बनायी जाएगी.
कोरोना वैक्सीन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है. इंदौर के सभी सरकारी अस्पतालों में एक ओपीडी अलग से बनाई जाएगी जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तैनात रहेगी. ये ऐसे मरीजों का इलाज करेगी जिन्हें वैक्सीन लगाने के बाद कुछ साइड इफेक्ट दिखाई देंगे, ताकि साइड इफेक्ट का असर गहरा न हो. खासतौर पर वैक्सिनेशन के बाद दर्द, सूजन, बुखार और शरीर पर किसी और तरह की परेशानी न हो इसके लिए ये तैयारी की गई है. यही वजह है कि वैक्सीन आने के बाद शुरुआती तीन महिने तक डॉक्टर,नर्स,वार्ड बॉय सहित पूरे मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ को छुट्टी नहीं मिलेगी. शुरुआती तीन महिनों तक सारी व्यवस्था जब तक पटरी पर नहीं आएगी तब तक छुट्टी नहीं मिलेगी.
विशेष इंतज़ाम
इंदौर के सुपर स्पेशलिटी और एम वाय अस्तपताल में कोरोना वैक्सीन के लिए अलग से इंतज़ाम किया जा रहा है. यहां अस्पताल का एक फ्लोर सिर्फ इसी काम के लिए रखा जाएगा. वहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तैनात की जाएगी. हालांकि कई बड़ी कंपनियों ने बाकायदा बाजार में साइड इफेक्ट से बचने और दर्द निवारण दवाई लाने की तैयारी भी कर ली है. लेकिन प्रशासन और हेल्थ विभाग को वैक्सीन लगाने और इसके साइड इफेक्ट से जुड़े इलाज पर केन्द्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही काम करना है.