नई दिल्ली . देश में कोरोना वायरस का आतंक बढ़ता जा रहा है. अब हर रोज 10 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है. हालांकि दिल्ली एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का मानना है कि बाकी देशों के मुकाबले भारत बेहतर स्थिति में है. उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना से हो रही मौतों की संख्या चिंता की बात है. हमें इसपर नियंत्रण पाना होगा.
डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि बाकी देशों के मुकाबले और भारत की जनसंख्या को देखें तो हम ज्यादा बेहतर स्थिति में हैं. हालांकि मौतों की संख्या चिंता का विषय है. एम्स के निदेशक के मुताबिक, देश में केस तो बढ़ेंगे, लेकिन मौत पर नियंत्रण पाना होगा.
दिल्ली में मौत के आंकड़ों पर जारी विवाद पर उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के मौत के आंकड़े मैथमेटिक्ल मॉडिलिंग पर आधारित हैं. जो आकंड़े हैं उसपर मैं असहमत हूं, लेकिन बढ़ते मामलों के साथ स्वास्थ्य देखभाल का ढांचा तैयार रहना चाहिए.
डॉ गुलेरिया ने कहा कि ऑफिस में भी सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करके कोरोना के केस कम हो सकते हैं. लोग कुछ दिन ऑफिस में लंच अकेले करें और साफ-सफाई का ध्यान रखें.
टेस्टिंग पर उन्होंने कहा कि ये तो जरूरी है, क्योंकि उसी से कोरोना के मरीज की पहचान होगी और उसके बाद ही हम उसे आइसोलेट कर पाएंगे. कोरोना की दवाओं पर डॉ गुलेरिया ने कहा कि बाजार में कई एंटी वायरल दवाएं हैं. HCQ भी है, लेकिन इसे लेकर कुछ विवाद है. फिर हमारे पास रेमडेसिविर है जो अस्पताल में भर्ती होने की दर को कम करती है, लेकिन मृत्यु दर पर कोई डेटा नहीं है. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा ट्रीटमेंट भी उपचार है, लेकिन उसका पॉजिटिव रिजल्ट नहीं रहा.