नई दिल्ली | भजपा ने गरीबी पर अधिकृत आंकड़े को लेकर बुधवार को सरकारी की खिंचाई की। पार्टी ने कहा कि कल्याण योजनाओं का लाभ मुहैया नहीं कराना गरीबों के खिलाफ साजिश है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि गरीबी का आकलन करने के लिए तेंदुलकर समिति की पद्धति की समीक्षा करने के लिए सरकार को रंगराजन समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा करनी चाहिए थी। जावड़ेकर ने सवाल किया, “तेंदुलकर समिति के आधार पर गरीबी रेखा तय की गई है। रंगराजन समिति भी इस पर काम कर रही है। आखिर उन्होंने रिपोर्ट की प्रतीक्षा क्यों नहीं की।” गुरुवार को जारी अधिकृत आंकड़ा दर्शाता है कि गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के प्रतिशत में तीव्र गिरावट दर्ज की गई है। वर्ष 2004-5 में यह 37.2 प्रतिशत था, जो वित्त वर्ष 2011-12 में 21.9 प्रतिशत रह गया है। तेंदुलकर पद्धति का इस्तेमाल करते हुए निर्धारित राष्ट्रीय गरीबी रेखा के हिसाब से गांवों में प्रति व्यक्ति प्रतिमाह 816 रुपये और शहरों में प्रति व्यक्ति प्रतिमाह 1000 रुपये आय का आकलन किया गया है।

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