ग्वालियर। भिण्ड के खण्डा रोड पर आयोजित बेटी पढाओ, बेटी बचाओ कार्यक्रम के दौरान यूएनएफपीए ( यूनाइटेड नेशन पॉप्यूलेशन फंड) की स्टेट कॉर्डिनेटर कौशर किदवई ने कहा कि बाहर तो बाहर बेटियां तो गर्भ में ही सुरक्षित नहीं हैं। बेटे-बेटियों में फर्क नहीं होता। बेटियां अपनी पहचान खुद बनें। बेटी पढाओ, बेटी बचाओ अभियान के लिए यूएनएफपीए ने प्रदेश भर में 4 जिलों का चयन किया गया है, जिनमें चंबल संभाग के दो भिण्ड व मुरैना और ग्वालियर संभाग के दो ग्वालियर और दतिया है। प्रदेश भर में इन चार जिलों में पुरुषों के अनुपात में महिलाओं की संख्या काफी कम है। भिण्ड में ही एक हजार पृरुषों पर 840 लडकियां है। ऐसे में इन जिलों में सेक्स रेशियो को ठीक करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। देश भर में इस अभियान के लिए 100 जिलों को चुना गया है।
बेटी पढाओ, बेटी बचाओ अभियान के दौरान पूरे 30 दिन तक बेटी पढाओ, बेटी बचाओ रथ भिण्ड जिले के कम से कम 100 गांवों में पहुंचेगा। वैसे अभियान के लिए जिले के 132 गांवों को चिन्हित किया गया है। गांवों में जाकर लोगों को बेटियों के प्रति जागरुक करने के लिए प्रश्नोउत्तरी दी जाएगी। नुक्कड नाटक, पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाएगा।
कलेक्टर इलैया राजा टी ने इस अवसर पर कहा कि भिण्ड जिले में महिलाओं का लिंगानुपात पुरूषों की अपेक्षा 1000 पुरूष पर 840 है। लिंगानुपात को बढाने के लिए एक माह तक अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के अन्तर्गत रथ के माध्यम से जन-जन को बेटी बचाने का संदेश पहुंचाया जावेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में महिला बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग, शौर्या दल एवं शिक्षा विभाग का मैदानी अमला आमजनों को बेटी बचाने का संदेश पहुंचाएगा। साथ ही बेटियों को पढाने की प्रेरणा दी जावेगी।
आयोजित समारोह में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि पुलिस की जिम्मेदारी जहां अपराध पर अंकुश लगाने की है तो सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी खडे होना अब हमारा दायित्व हो गया है। गर्भ में बेटियों को मारना भी एक अपराध है। इसलिए पुलिस ने तय किया है कि अब अधिक संवेदनाओं के साथ भिण्ड जिले के सभी 27 पुलिस थानों द्वारा एक-एक बेटी को गोद लिया जाकर उसकी पढाई-लिखाई का पूरा इंतजाम किया जाएगा। बेटियों को कैसे गोद लिया जाना है, इसकी प्रक्रिया महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ बैठकर तय कर ली जाएगी। जरुरी हुआ तो ऐसी बच्चियों के लालन-पालन का खर्च भी पुलिस उठाएगी। पुलिस का अपनी तरह का संभाग में यह पहला अभियान है।

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