ग्वालियर। मंदिर मस्जिद क्या, गुरूद्वारा क्या गिरजा, सब में है रब तेरा, जाए जहां तू गिरजा। इस गाने पर इंसानियत ग्रुप के युवाओं ने शहर के खंडा रोड पर ड्रांस की प्रस्तुति दी। लोगों को समझ आ गया कि धर्म भले ही सभी के अलग अलग हो। लेकिन सबका मालिक है। इंसान का पहला धर्म इंसानियत है। बाद में कोई दूसरा। मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर के स्थानीय खण्डा रोड पर कल रात्रि को शहर के लोगों को इंसानियत का पाठ पढ़ाने के लिए इंसानियत ग्रुप के युवाओं द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें उन्होंने मजहबी झगड़ों, गौहत्या, भ्रूण हत्या, नशा खोरी, नारी सम्मान जैसे गंभीर विषयों पर ड्रांस के माध्यम से लोगों को जागरुक किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
एक तरफ जहां दुनिया में लोग, धर्म, जाति, इंसान-इंसानियत और मानवता के नाम पर लड़ते जा रहे हैं वही एक इंसानियत को परिभाषित करता हुआ प्रोग्राम का आगाज भिंड शहर के लिए संदेश छोड़ गया । इसमें गीत ,संगीत ,नृत्य, भाषण, वक्तव्य ,अल्फाज ,बिल्कुल इंसानियत से ओत-प्रोत परिपूर्ण कर पेश किए गए । इंसानियत की परिभाषा को समझने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए । यानी लोग इंसानियत का जज्बा लेकर भटक रहे हैं, और यह तलाश करते हैं कि कहीं यह इंसानियत का प्लेटफार्म ही है। जहां पल दो पल ठहर कर खुद से बातें की जाए और पूछा जाए कि हम इंसान हैं तो इंसानियत कहां है बस इसी का जवाब आज इंसानियत युवा समिति ने खण्डा रोड पर अद्भुत तरीके से पेश किया।
कल रात्रि को शहर के खण्डा रोड पर आयोजित इस कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी, पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाह, भिण्ड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह अतिथि बतौर मौजूद रहे। कार्यक्रम में इंसानियत ग्रुप के युवाओं ने सबसे पहली प्रस्तुति सबका मालिक है थीम पर दी। जिसमें उन्होंने ड्रांस के माध्यम से लोगों को बताया कि मजहबी दंगों से कभी किसी का भला नहीं हुआ है। उन्होंने ईश्वर की दी हुई जमीन को भले ही बांट दिया है। लेकिन आसमान को कभी नहीं बांट पाएंगे। इसके बाद इन युवाओं की दूसरी प्रस्तुति नशा खोरी, गौ हत्या, कन्या भ्रूण हत्या और नारी सम्मान को लेकर दी, जिस उपस्थितजनों ने काफी सराहा। कार्यक्रम में स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ, सर्व धर्म एक, अंध विश्वास सहित अन्य विषयों पर ड्रांस के माध्यम से इंसानियत का पाठ पढ़ाया गया।
कार्यक्रम के शुभारंभ में ग्रुप की सदस्य दीक्षा ने समिति के कार्यो के बारे में बताते हुए पूरे कार्यक्रम की भूमिका रखी। उन्होंने बताया कि उनकी समिति सिर्फ इंसानियत के लिए कार्य करती है, जिसमें वे किसी भी जीव जंतु की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उनकी समिति अंध विश्वास और कुप्रथाओं का विरोध करती है। कार्यक्रम का संचालन अक्षय इंसानियत ने किया। इस अवसर पर ग्रुप के अनंत इंसानियत, मोहित इंसानियत सहित सभी सदस्य मौजूद रहे। यहां बता दें कि यह ग्रुप शहर में पिछले दो सालों से समाजसेवा के कार्य कर रहा है। इसमें शामिल प्रत्येक सदस्य अपने नाम के आगे सरनेम के बजाए इंसानियत शब्द को जोड़ता है।