सिवनी ! सिवनी जिले के एक गांव में मामा-भांजे की सांप के काटने से मौत हो गई। इन मौतों की वजह जादू-टोना करार देते हुए एक समुदाय के पांच लोगों को दंड स्वरूप कथित रूप से मूत्र पिलाया गया और उन पर जुर्माना भी लगाया गया। छपारा थाने के प्रभारी एन.के. पांडे ने सोमवार को आईएएनएस से कहा कि आदिवासी बहुल गांव सालेगढ़ में पिछले दिनों मामा सालीलाल और उसके भांजे श्रीसंत की सांप के काटने से मौत हो गई थी। इस पर गांव के कुछ शरारती लोगों ने यह प्रचारित किया कि पांच लोगों द्वारा जादू-टोना करने के कारण ये मौतें हुई हैं।

थाने में पांडे ने पीड़ित पक्ष द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बताया कि आरोपी पक्ष के 20-25 लोगों ने अमरवाडा से एक पंडा बुलाया। पंडा पांचों आदिवासियों -कमल, उमाशंकर, कंवरलाल, हरिराम और रामसिंह- को चंदेरी नाला पर ले गया और वहां सभी को डुबकी लगवाई।

पंडा ने उसके बाद कहा कि इन्हीं लोगों ने सांप के जरिए मामा-भांजे को डंसवाया है।

पीड़ितों ने शिकायत में कहा है, “पंडा ने कहा कि जादू-टोना का प्रभाव खत्म करने के लिए पांचों को गंगाजल पिलाया गया, जबकि वह मूत्र था। इसके अतिरिक्त 35-35 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया, जिसमें से ढाई-ढाई हजार रुपये ले लिए गए हैं।”

पांडे ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और उनकी तलाश जारी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *