भोपाल ! जेल विभाग के निलंबित डीआईजी उमेश गांधी केंद्रीय जेल के अस्पताल में 48 घंटे चिकित्सक की निगरानी में रहेंगे। वहीं उनकी पत्नी अर्चना गांधी का शनिवार देर शाम जेल परिसर में दाखिल होते ही रक्तचाप (बीपी) बढ़ गया, हालांकि कुछ देर आराम करने के बाद उन्हें महिला वार्ड में भेज दिया गया है। खास बात यह है कि जो कर्मचारी कभी अर्चना गांधी को मेमसाब कहकर सलाम करतेे थे उन्होंने ही उन्हें उनकी बैरक दिखाई। बता दें कि उमेश गांधी इसी जेल मेंअधीक्षक रहे हैं। यह वह समय था जब उनकी तूती बोला करती थी।
सूत्रों के अनुसार शनिवार को जेल पहुंचने और रविवार सुबह जेल अस्पताल पहुंचते ही निलंबित जेल डीआईजी उमेश गांधी बारीकी से एक-एक कर्मचारी को और वहां की वस्तुओं को देखते रहे। उनके माथे पर शिकन व चेहरे पर उदासी थी। ज्ञात हो गांधी भोपाल केंद्रीय जेल में करीब 4 वर्ष से अधिक समय तक जेल अधीक्षक रहे हैं। यह वह समय था जब उनकी तूती बोला करती थी। उनके समय के कई कर्मचारी अभी भी वहां सेवाएं दे रहे हैं। जेल अधीक्षक एएस सेंगर के अनुसार गांधी कैंसर पीडि़त हैं, लिहाजा उन्हें दो दिन निगरानी में रखा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जेल डीआईजी उमेश गांधी के घर अन्य ठिकानों पर 3 नवंबर 2012 को लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारा था। आय से अधिक संपत्ति के मामले में 22 जनवरी को लोकायुक्त पुलिस ने गांधी, उनकी पत्नी अर्चना गांधी और जेल प्रहरी अजय गांधी के खिलाफ जिला न्यायालय में चालान पेश किया था। शनिवार को सुनवाई के बाद कोर्ट ने तीनों को जेल भेजने के आदेश दिए थे, इसके बाद तीनों को भोपाल केंद्रीय जेल भेजा गया है।