रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में जेल वारंट बनने के बाद जिला पंचायत कार्यालय से भागे पंचायत के पूर्व सचिव प्रभुलाल सोलंकी को पुलिस ने देर रात्रि को पीथमपुर से गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को जिला पंचायत से भाग कर वह कलेक्टोरेट तरफ गया और इंदौर तरफ जा रही बस में बैठकर पीथमपुर चला गया। देर रात पीथमपुर में पुलिस ने बस स्टैंड से पकडा। शुक्रवार सुबह 6 बजे उसे रतलाम लाए और स्टेशन रोड थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। कोर्ट ने गिरफ्तार पंचायत सचिव को शनिवार तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।
निर्माण राशि घोटाले में फरार रिंगनोद पंचायत के पूर्व सरपंच शांतिलाल सोलंकी और पूर्व सचिव प्रभु सोलंकी का वारंट जारी होने पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया था। गुरुवार को आरक्षक ब्रह्मा सिंह और मोहन खिची दोनों को रतलाम लाए और जिला पंचायत सीईओ संदीप केरकट्टा के सामने पेश किया। सीईओ केरकट्टा ने दोनों को जेल भेजने के आदेश दिए। दोपहर 4 बजे आरोपियों का जेल वारंट बन रहा था तभी पूर्व सचिव प्रभुलाल सोलंकी चकमा देकर भाग गया।
आरक्षक ब्रह्मा सिंह ने घटना की जानकारी रिंगनोद थाना प्रभारी गिरीश जेजुरकर को दी और आरोपी पूर्व सरपंच शांतिलाल को जेल पहुंचाकर फरार आरोपी प्रभुलाल को ढूंढने निकले। पूछताछ में रिश्तेदारों ने उसके पीथमपुर जाने की संभावना बताई तो टीआई जेजुरकर, आरक्षक ब्रह्मासिंह, मोहन खिंची, ललित जगावत, अभिजीत जीप से पीथमपुर पहुंचे। रात 2 बजे कहीं और जाने के लिए वह बस स्टैंड पर आया जहां पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को उसे न्यायालय में पेश किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डीआर कुमरे ने पूछताछ के लिए उसे शनिवार तक पुलिस रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए थे।