नई दिल्ली। नई दिल्ली-लखनऊ- के बीच तेजस एक्सप्रेस को शुरू हुए एक माह होने को आया है, लेकिन मॉडर्न सुख सुविधाओं से लैस इस ट्रेन के केबिन होस्टेस काफी परेशान हैं और उनकी परेशानी की वजह कुछ पैसेंजर्स हैं जो उनकी फोटो खींचते हैं, उनकी वीडियो बनाते हैं. और ये बात उन्हें बहुत असहज कर देती है। ट्रेन में काम करने वाली एक होस्टेस ने कहा, हम लोग जब यात्रियों को सर्व कर रहे होते हैं तो उनमें से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपना कैमरा ऊपर की तरफ रखकर हमारी तस्वीरे लेते हैं, वीडियो बनाते हैं।
इतना ही नहीं यात्रा करने आने वाले यात्री उनके साथ सेल्फी भी लेते हैं जिसे वो चाहकर भी मना नहीं कर पाती। कई बार तो पैसेंजर्स बिना वजह बटन दबाकर होस्टेस को बुला लेते हैं. किसी लड़की या महिला के लिए ये स्थिति कितनी परेशान कर देने वाली होती होगी ये सोचने वाली बात है।
ये मामला यहीं तक सीमित नहीं है होस्टेस से मोबाइल नंबर तक मांगे जाने की बात सामने आई है. इन सारी हरकतों का सीधा संबंध मानसिकता से है। ये बताता है कि बतौर इंसान कोई शख्स कैसा है।
तेजस एक्सप्रेस की खासियतों की बात करें तो शताब्दी से थोडी ज्यादा सुविधा इसमें दी गई है। इसमें एक्जीक्यूटिव और चेयर क्लास श्रेणी की बोगियां हैं। एक्जीक्यूटिव क्लास की एक बोगी में 52 और चेयर कार की बोगी में 78 सीटें लगाई गई है। लेदर की सीट आरामदायक है। साथ ही विमान जैसी सुविधा देने के लिए सीटों के ऊपर रीडिंग लाइट और अटेंडेंट कॉल बटन दिया गया है। हर बोगी में तैनात ट्रेन हॉस्टेस बटन दबाने पर आपके पास आएंगी. पढने के लिए रीडिंग बटन दबाकर आप बिना किसी और को डिस्टर्ब किये किताबें पढ सकते हैं। सीटें रेकलाइनिंग हैं, यानी आप अपनी सुविधा के मुताबिक सीट गिरा सकते हैं। बोगी में दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरा सुरक्षा के लिहाज से लगाये गए हैं. खिडकियों का साइड थोडा बडा दिया गया है. साथ ही खिडकियों के पर्दे ऑटोमैटिक हैं. बटन दबाकर आप खिडकियों को उठा या गिरा सकते हैं।
तेजस एक्सप्रेस में लखनऊ से नई दिल्ली की टिकट की कीमत एसी चेयर कार के लिए 1,125 रुपये और एक्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए 2,310 रुपये है।
ये ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलती है. मंगलवार को इसका संचालन नहीं होता. लखनऊ से सुबह 6.10 बजे चलकर तेजस दोपहर 12.20 बजे दिल्ली पहुंचती है और दिल्ली से 3.35 बजे चलकर ये 10.10 बजे रात को लखनऊ पहुंच जाती है। हफ्ते में एक दिन ट्रेन की बोगियों का मेंटेनेंस के लिए होता है. आईआरसीटीसी तेजस के लिए एक दिन का रेलवे को 12 लाख रुपये दे रही है. इसका स्टापेज कानपुर और गाजियाबाद में है।