मुलताई। जिले में पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओपी के पद पर महिलाएं पदस्थ होने के बावजूद महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। एैसा ही एक मामला मुलताई थानातंर्गत ग्राम जाम का सामने आया है जहां विगत दिनों दहेज की मांग पूरी नही होने पर एक महिला के साथ बेरहमी से मारपीट कर उसे सड़क पर फेंक दिया गया। घायल महिला ने जैसे-तैसे अपने मायका पक्ष से संपर्क किया तब आनन-फानन में गंभीर रूप से डायल 100 से बैतूल अस्पताल पहुंचाया गया।

महिला के साथ जिस बेरहमी से पति सहित ससुराल पक्ष द्वारा मारपीट की गई थी उसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं। उपचार उपरांत महिला द्वारा पूरे मामले में ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड?ा की शिकायत की गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता पिंकी का विवाह जाम निवासी पंकेश साहू के साथ विगत एक वर्ष पूर्व हुआ था तथा फिलहाल उनका दो माह का पुत्र भी है। पिंकी ने बताया कि विवाह के बाद से पति सहित ससुराल पक्ष द्वारा उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा तथा उससे दो लाख रूपए की मांग की जाती थी।

पीड़िता ने बताया कि उसके माता-पिता दहेज देने में सक्षम नही थे इसलिए वे ससुराल पक्ष की मांग पूरी नही कर पा रहे थे इसी दौरान उसने पुत्र को जन्म दिया। पीड़िता ने बताया कि विगत सोमवार 13 जुलाई को दहेज की मांग पर उसे पति पंकेश सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों द्वारा बेरहमी से मारा पीटा गया जिससे वह लहुलुहान हो गई इसके बावजूद उसे घसीटते हुए सड़क पर फेंक दिया गया था। मायके पक्ष को सूचना देने पर उसे डायल 100 की मदद से मुलताई लाया गया जहां उसकी हालत और खराब होने से बैतूल अस्पताल ले जाया गया।

पीड़ित महिला पिंकी पति पंकेश साहू निवासी जाम ने बताया कि उसे दहेज की मांग को लेकर मारा पीटा गया जिसकी शिकायत उसके द्वारा पुलिस से की गई लेकिन पुलिस द्वारा सिर्फ मारपीट का ही प्रकरण दर्ज किया गया। पीड़िता की मां उर्मिलाबाई ने बाई ने बताया कि उसकी बेटी बार-बार कहती थी कि उसे दहेज के लिए परेशान करते हुए मारपीट की जाती थी एवं जान से मारने की धमकी भी दी जाती थी। उसे इतनी बेरहमी से मारा पीटा गया कि यदि समय पर उपचार नही होता तो उसकी जान भी जा सकती थी लेकिन पुलिस द्वारा दहेज प्रताड?ा का प्रकरण दर्ज नही किया गया।

पीड़िता की मां उर्मिला बाई ने बताया कि उसे हमेशा बेटी की चिंता सताती रहती थी इसलिए वह उसे फोन करके हालचाल पूछ लेती थी। 13 जुलाई को जब उसने जब फोन किया तो फोन बेटी के कराहने की आवाज सुनाई दी। मुंह पर चोट होने से वह ठीक तरीके से बोल भी नही पा रही था उसने बस टूटे-फूटे शब्दों में कहा कि मां मुझे बचालो। बेटी की इस हालत पर तत्काल उन्होने डायल 100 को फोन कर घटना से अवगत कराया जिसके बाद उसे मुलताई अस्पताल लाया गया।

आरोपियों पर दहेज प्रताड?ा का मामला पुलिस द्वारा दर्ज नही किए जाने से परेशान पीड़िता अपने दुधमुंहे बच्चे एवं मां सहित मुलताई एसडीओपी आफिस पहुंची जहां उसने एसडीओपी नम्रता सोंधिया को पूरे मामले से अवगत कराया। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों पर सिर्फ मारपीट का प्रकरण दर्ज किया गया है जबकि उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है तथा इसीलिए उसके साथ मारपीट की गई है। पीड़िता की मां उर्मिलाबाई ने बताया कि वे पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नही है, उनके द्वारा बेटी के पति सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है इसलिए सभी पर मारपीट सहित दहेज प्रताड?ा का प्रकरण भी दर्ज होना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *