ग्वालियर। भिण्ड जिले के फूप में नकली मावा तैयार कर जिले और प्रदेश से बाहर भेजने वाली दूध डेयरियों व चिलर प्लांटों पर छापामार कार्यवाही की गई। छापामार कार्यवाही की खबर खाद्य एवं औषधि विभाग द्वारा लीक कर दिए जाने से नकली मावा बनाने वाले दूध डेयरी संचालक अपना कारोबार बंद कर गए इसलिए मात्र एक चिलर प्लांट व दूध डेयरी पर ही कार्यवाही हो सकी।
भिण्ड जिले के फूप क्षेत्र में डेयरियों तथा मावा कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर छापामार कार्यवाही के लिए राजस्व अमले में नायब तहसीलदार निरंजन राजपूत, राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी के अलावा खाद्य आपूर्ति अधिकारी लोकेन्द्र सिंह, सतीश धाकड, देवेन्द्र परमार को कलेक्टर इलैया राजा टी द्वारा निर्देशित किया गया था। राजस्व अमला सुवह 9 बजे ही फूप पहुंच गया था, लेकिन खाद्य एवं औषधि विभाग का अमला दोपहर 2 बजे पहुंचा। इसके बाद सुरपुरा रोड पर स्थित पारस डेयरी के नाम से संचालित चिलर प्लांट पर छापामार कार्यवाही की गई। टीम द्वारा मौके से तीन क्विंटल दूध से लदे मिनी कैंटर तथा अंदर रखे एक क्विंटल दूध के कैंटर से सैंपल लिए गए। तथा दूध सहित जप्त किए गए कैंटर को फूप थाने में रखवा दिया गया। फूप कस्बे में ही संचालित बलवीर डेयरी पर छापामार कार्यवाही में हाईड्रोजन परऑक्साइड की तीन कैन एवं डिटरर्जेंट पावडर की दो थैली बरामद की गई। डेयरी संचालक भाग जाने पर उसकी डेयरी को सील कर दिया गया है।
नायब तहसीलदार निरंजन राजपूत ने बताया कि कलेक्टर इलैया राजा टी के निर्देश पर यह छापामार कार्यवाही की गई थी, लेकिन खाद्य एवं औषधि विभाग के कर्मचारी देवेन्द्र परमार द्वारा छापामार कार्यवाही की डेयरी संचालकों को खबर कर दिए जाने से डेयरी संचालक अपनी डेयरी बंद कर भाग गए थे। इसलिए नकली मावा तैयार करने वालों पर कार्यवाही नहीं हो सकी। देवेन्द्र परमार की शिकायत कलेक्टर से कर दी गई है।