भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के बैरसिया की शीतल नगर कॉलोनी में बीएससी की पढाई करने वाली दो सगी बहनों ने कल जहर खाकर जान दे दी। दोनों सगी बहिनें अपनी पढाई करने के साथ.साथ एक निजी स्कूल में पढाने भी जाती थीं। 30 जुलाई को स्कूल जाने का कहकर घर से निकलींए लेकिन अपने दोस्तों के साथ घूमने चली गईं। ये बात परिवार को पता चली तो दोनों को समझाया। बैरसिया पुलिस का अंदाजा है कि संभवतः इसी बात से आहत होकर दोनों ने ये कदम उठाया होगा। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें अपनी मर्जी से जान देने का जिक्र करते हुए छात्राओं ने लिखा है कि हमारे दोस्तों का कोई कसूर नहीं।
पुलिस के मुताबिक शीतल नगर कॉलोनीए बैरसिया निवासी किशोरी लाल बैरागी ट्रक ड्राइवर हैं। वे यहां पत्नीए दो बेटों रोहितए विकास और दो बेटियों निधि ;21द्धए अनुष्का ;17द्ध के साथ रहते हैं। निधि बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा हैए जबकि अनुष्का ने इसी साल बीएससी में दाखिला लिया है। ग्रेजुएशन के साथ.साथ दोनों बहनें पास के एक निजी स्कूल में पढाने भी जाती थीं। टीआई एसएन पांडे ने बताया कि 30 जुलाई को दोनों बहनें स्कूल जाने का कहकर घर से निकली थीं। स्कूल न पहुंचकर दोनों अपने दोस्तों के साथ घूमने चली गईं। शाम को देर से घर पहुंचीं तो परिवार ने ऐसा न करने की सलाह देते हुए डांटा। खाने के बाद सभी सो गए। बुधवार सुबह दोनों ने सभी के साथ नाश्ता किया फिर पहली मंजिल पर बने कमरे में चली गईं।
सुबह करीब 11 बजे के करीवन परिजनों ने उल्टी करने की आवाज सुनी। उनके कमरे में गए तो निधि बेसुध हालत में थी और अनुष्का उल्टी कर रही थी। दोनों को लेकर पहले बैरसिया अस्पताल पहुंचेए जहां निधि की मौत हो चुकी थी। अनुष्का को लेकर भोपाल आएए यहां कुछ देर चले इलाज के बाद उसने भी दम तोड दिया। अस्पताल से मिली सूचना के बाद बैरसिया पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि हम अपनी जिंदगी से तंग आ गए हैंए मर्जी से जान दे रहे हैं। इसमें किसी का कोई कसूर नहीं। हमारे दोस्तों का भी कोई कसूर नहीं है। वहींए दो जवान बेटियों को खोने के बाद से परिवार सदमे में है। वे कहते हैं कि दोनों बेटियां पढने में काफी होशियार थीं। उन्हें नहीं पता था कि इस समझाइश पर वे इतना बुरा मान लेंगी और जिंदगी को खत्म करने जैसा कडा कदम उठा लेंगी। आज दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।