मुरैना। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना जिले की तहसील पोरसा के ग्राम डोंड़री बिजली घर के पास रहने वाले अंशुल गुर्जर पुत्र जितेंद्र गुर्जर फौजी का उसके दोस्त अमित जोशी ने दौड़ के बहाने सुबह 4 बजे बुलाया और कुए के पास उसके पिता धारा जोशी तंत्र विद्या के लिए चढ़ा दी अंशुल की बलि ’ऐसा परिजनों का आरोप है’ धारा जोशी विगत 6 वर्षों से डोंड़री बिजासन माता पर भगत गिरी करता था। गांव के लोगों ने इसका विरोध किया बाद में यह बिजली घर के पास अपने कुए के पास चबूतरा और पेड़ के नीचे भगत गिरी करने लगा किसके यहां उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, से हजारों भक्तगण अपनी संतान की होने की मनोकामना के लिए आते थे। प्रति सोमवार को इस तांत्रिक के यहां मेला सा लगता था। अंशुल गुर्जर 17 नवम्बर की सुबह 4 बजे घर से निकला था परिजनों ने बताया कि अमित जोशी का सुबह दौड के लिए फोन आया और अंशुल गुर्जर सुबह 4 बजे चला गया फिर नही आया।

जब अंशुल घूमकर वापस घर नहीं आया तो 18 नवम्बर को नगरा थाने में गुमशुदी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने गुमशुदी दर्ज कर अंशुल की तलाश की। अंशुल के परिजनों ने पुलिस को बताया कि सुवह 4 बजे अमित जोशी का मोबाईल पर टहलने के लिए फोन आने पर वह अमित के साथ चला था। पुलिस ने अमित जोशी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस अमित के पिता तांत्रिक धारासिंह को भी थाने में पूछताछ के लिए लाई। पुलिस ने तांत्रिक धारा जोशी व उसके पुत्र अमित जोशी से अलग-अलग पूछताछ की गई तो दोनों टूट गए। तांत्रिक धारा जोशी ने बताया कि अंशुल गुर्जर का शव हमारे कुए के पास करब मैं ढका हुआ है रात्रि 8 बजे के लगभग पुलिस ने सब को बरामद कर लिया था और परिजनों को सूचना दे दी गई थी तनावपूर्ण स्थिति को देख पोरसा नगरा महुआ रजोधा थाना की पुलिस बल एकत्रित हो गया जितेंद्र गुर्जर के यही एक इकलौता लड़का था एक लड़की भी है।

नगरा थाना पुलिस हत्या के मामले में अभी कुछ भी नही कह पा रही है कि ये नरबलि है या अपहरण जांच के बाद स्पस्ट हो सकेगा पुलिस ने धारा जोशी अमित जोशी दीपू गुर्जर करू गुर्जर को गिरफ्तार कर कडी पूछताछ कर रही है।

धारा जोशी तांत्रिक है उसके पास जिन महिलाओं के बच्चे नहीं हुए है उनको धारा जोशी तांत्रिक विद्या से गर्भवती करने का ठेका लेता था। जिस महिला को उसके पति प्यार नहीं करते वह तांत्रिक विद्या से पति-पत्नी मे प्यार जगा देता था। तांत्रिक इन सब के लिए अनुष्ठान के नाम पर महिलाओं को ठगता था। उसकी तांत्रिक विद्या काम नहीं कर रही थी तो उसने नरबलि देकर तांत्रिक विद्या हासिल करना चाही। वह काफी दिनों से नरबलि की जुगाड में था। उसने अंशुल गुर्जर को सुवह 4 बजे बुलाकर उसकी बलि चढा दी। संतानहीन महिलाएं तांत्रिक धारा जोशी को भगवान मांनती थी। उसको रुपयों और फूलों की माला पहनाकर आरती उतारती थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *