ग्वालियर। भिण्ड जिला मुख्यालय से 30 किलो मीटर दूर लहार विकास खण्ड के रौन कस्बे में अपनी उम्र से दुगुनी उम्र से भी ज्यादा का दूल्हा देख दुल्हन ने वरमाला डालने से भरी पण्डाल में इंकार कर दिया। तमाम प्रयास के बाद भी दुल्हन नहीं मानी तो बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई।
रौन निवासी अमर सिंह जाटव ने अपनी 17 वर्षीय नाबालिंग लडकी की रिश्ता उत्तरप्रदेश के इटावा जिले के चकरनगर निवासी राजवीर जाटव 38 वर्ष के साथ तय किया था। 21 मई को अमर सिंह जाटव के दरवाजे पर देर रात बारात आई। बरातियों को सम्मानपूर्वक स्वागत कर भोज दिया गया। रात्रि में दूल्हा दरवाजे पर आया जहां वरमाला का कार्यक्रम होना था। दूल्हा को वरमाला की स्टेज पर बिठा दिया गया। दुल्हन को उसकी सहेलियां लेकर स्टेज पर आई तभी दुल्हन ने अपना सिर उठाकर दूल्हे का चेहरा देखा उसके होश उड गए। अपनी उम्र से कहीं बहुत ज्यादा उम्र का दूल्हा देखकर दुल्हन ने अधेड दूल्हा के साथ शादी करने से इंकार करते हुए वरमाला भी नहीं डाली। कल देर शाम तक समाज की विवाह मण्डप पर ही पंचायत चली लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी लडकी नहीं मानी और बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई।
लडकी के पिता अमर सिंह जाटव ने बताया कि उसके पडोस में रहने वाले रामेश्वर जाटव जो राजवीर जाटव का जीजा है। उसने अपने साले के साथ यह रिश्ता तय करवाया था। रामेश्वर ने अपने साले की उम्र 25 वर्ष बताई थी। जब बारात दरवाजे पर आ गई तो बदनामी की वजह से वह शादी करने को राजी हो गया, लेकिन मेरी लडकी ने तो शादी करने से साफ इंकार कर दिया। अमर सिंह ने बताया कि बाद में पता चला कि राजवीर पहले भी वर्ष 2006 में शादी कर चुका है उसने अपनी पहली पत्नी को घर से निकाल दिया था इसलिए उसके क्षेत्र में उसका रिश्ता कोई भी करने के लिए तैयार नहीं था।
सूत्रों ने बताया है कि राजवीर संपन्न परिवार से है। अमर सिंह जाटव मजदूरी करता है इसलिए पैसों के लालच में उसने अपनी नाबालिंग लडकी को 18 वर्ष की बताकर उसकी शादी जान बूझकर एक अधेड से तय कर दी इसके एवज में उसे काफी पैसा मिला था। उसने अपने परिवार की माली हालत सुधारने के लिए यह कदम उठाया था। लडकी के मना करने पर सारा मामला ही उल्टा हां गया।

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