टीकमगढ़ ! थाना मोहनगढ़ अंतर्गत ग्राम कंचनपुरा में दबंगों ने शनिवार 18 जून की शाम पांच बजे कुम्हार जाति (हरिजन) की एक 12 वर्षीय बालिका व उसकी भाभी के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
परिजनों द्वारा विरोध करने पर इन दबंगों ने एकराय होकर पूरे परिवार के साथ लाठी, लुहांगी व कुल्हाड़ी आदि हथियारों से लेस होकर मारपीट कर घायल कर दिया। पीडि़त परिवार के फोन पर मौके पर पहुंची पुलिस के सामने ही यह दबंग परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी देकर आसानी से निकल गए। थाना मोहनगढ़ में रिपोर्ट कराने पहुंचे पीडि़त परिवार की शिकायत को अनसुना कर थाना प्रभारी ने दुष्कर्म की घटना को मामूली मारपीट का मामला बताकर सामान्य धाराओं में केस दर्ज कर पीडि़त परिवार को मेडीकल के लिए दिगौड़ा भेज दिया। 18 जून की रात करीब 11 बजे दिगौड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एमएलसी कराने पीडि़त परिवार के साथ पहुंचे पुलिस के जवान ने डॉक्टरों को महिलाओं का मेडीकल करने से रोक दिया।
पुलिस की कार्यप्रणाली से निराश होकर पीडि़त परिवार 19 जून की सुबह सात बजे पुलिस अधीक्षक कार्यालय न्याय की आस लगाकर पहुंचा लेकिन यहां भी दोपहर तक उनकी सुनवाई नहीं की गई। इस घटना की खबर पाकर पत्रकारों का जमावड़ा जब वहां लगने लगा तब कहीं जाकर देहात थाना निरीक्षक मधुरेश पचौरी व थाना प्रभारी आत्माराम तिवारी दल बल के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और पीडि़तों को थाना कोतवाली ले गए।
घटना के संबंध में पीडि़त परिवार के मुखिया 50 वर्षीय घंसू प्रजापति पुत्र स्व. कड़ोरे प्रजापति ने बताया कि उसकी 12 वर्षीय पुत्री बकरियां चराने गूगरा हार में गई थी। शाम को पांच बजे जब उसका 10 वर्षीय बालक लल्लू बहिन को लिवाने हार में गया तो उसने देखा कि बड़े राजा पुत्र टंटू ठाकुर महुआ के पेड़ के पास स्थित झाडिय़ों में उसकी बहन के साथ गल्त काम कर रहा है। लल्लू ने तुरंत ही खेत पर बने घर पर जाकर अपने पिता को इस बात से अवगत करा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही घंसू अपने पुत्रों 25 वर्षीय कमलेश व 18 वर्षीय जीतू के साथ घटना स्थल पर पहुंचा तो बड़े राजा वहां से भाग गया। घंसू और उसके दोनो पुत्र पीडि़त बालिका को साथ लेकर खेत पर आ गए। थोड़ी ही देर में पीडि़त परिवार के खेत पर बने मकान पर टंटू ठाकुर, सुखपाल, बड़े राजा, संजे राजा आ गए और उन्होने हरिजन परिवार के साथ मारपीट की घटना को अंजाम देकर लहुलुहान कर दिया।
18 जून की शाम करीब 5 बजे घटित इस घटना के बाद थाना प्रभारी मोहनगढ़ मंशाराम बगेन का रवैया किसी भी प्रकार से उचित नहीं कहा जा सकता। गरीब हरिजन परिवार की नाबालिग बालिका साथ दुष्कर्म ओर अन्य परिजनों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया और पुलिस मामले को दबाने का प्रयास करती नजर आई। पीडि़त परिवार की माने तो मोहनगढ़ थाना प्रभारी दुष्कर्म की घटना को मामूली मारपीट की घटना में तब्दील करने का भरसक प्रयास करते रहे। 19 जून की सुबह 7 बजे जब पीडि़त परिवार एसपी ऑफिस पहुंचा तब जाकर थाना कोतवाली पुलिस द्वारा पीडि़त महिलाओं को एमएलसी के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। इस मामले में पत्रकारों की सक्रियता ओर सामाजिक लोगों के आने पर पुलिस ने देर शाम को आरोपी बढ़े राजा पुत्र टंटू राजा के विरुद्घ भादवि की धारा 376 पास्को एक्ट व एसएटी एक्टके तहत मामला दर्ज कर लिया है।