इंदौर ! नीमच शहर के बाशिंदे इन दिनों खासे परेशान है। उनकी परेशानी का सबब यहाँ का अफीम कारखाना है। विशेषज्ञों के मुताबिक लम्बे समय से इसका अनुरक्षण कार्य नहीं किया गया है, इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा या गैस रिसाव हो सकता है। इस बारे में शहर के कुछ जागरूक लोगों ने प्रशासन को आगाह भी किया है पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इससे शहर के लाखों लोगों की जिंदगी खतरे में पड सकती है।
इंदौर से करीब 280 किमी दूर नीमच शहर में एशिया का सबसे बड़ा अफीम कारखाना है, जहाँ अफीम को परिशोधित किया जाता है। यहाँ यह कारखाना शहर के बीचोबीच स्थित है और काफी पुराना भी है. प्रति पांच साल में इसका सुव्यवस्थित अनुरक्षण किया जाना चाहिए लेकिन बीते कई सालों से यह कार्य नहीं हो सका है। 15 जनवरी 16 को यहाँ मप्र सरकार के अधिकृत चार्टेड इंजिनीयर ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि इसके कुछ वेसल में लीकेज हो रहे हैं। इसलिए इसे तुरंत बंद कर मरम्मत कार्य किया जाना जरूरी है पर एक महीना बीतने के बाद भी केंद्र सरकार ने इस चेतावनी को गम्भीरता से नहीं लिया है। मंजूरी देने के बाद भी अब तक तारीख तय नहीं की गई है। कारखाना प्रशासन ने भी इसे लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
शहर के व्हीसल ब्लोअर अधिवक्ता अमित शर्मा का कहना है कि केंद्र सरकार को इसे तुरंत बंद कर मरम्मत की जानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो कभी यहाँ भोपाल गैस काण्ड की तरह कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने प्रतिबन्धात्मक आदेश देने के लिए इस आशय का पत्र जिला कलेक्टर को भी दिया है। उन्होंने बताया कि इसे पूरी तरह बंद करने पर ही अनुरक्षण कार्य संभव है पर अब तक केंद्र सरकार से इसकी मंजूरी ही मिल सकी है। अब तक इसके लिए तय तारीख नहीं मिल पा रही है। इससे शहर के करीब डेढ़ लाख से ज्यादा लोग भी आशंकित हैं।