ग्वालियर। केन्द्र सरकार द्वारा आज पेश किए गए आम बजट पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। भाजपा नेताओं ने जहां आम बजट को समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखकर बनाया गया बजट बताया हैं। वहीं कांग्रेस ने बजट में कोई नई योजना नहीं होने से इस बजट को जन विरोधी बताया है। वहीं व्यापारिक संस्था चेंबर ने बजट का स्वागत किया है।
केन्द्रीय मंत्री एवं ग्वालियर के सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने केंद्र सरकार के 2017-18 बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट में समाज के सभी वर्गों- गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं और युवाओं, व सभी क्षेत्रों का ध्यान रखा गया है। आम आदमी को करों से राहत प्रदान की गयी है और आम आदमी को राहत प्रदान करने वाला बजट है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने देश के विकास के वादे को बजट में समावेश किया गया है। बजट के प्रावधानों से जहां एक और अधोसरंचना विकसित होगी, वहीं रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। इसमें समग्र एवं संतुलित विकास पर बल दिया गया है। गरीब जनमानस के लिए सामजिक और स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है।
विकास और उपलब्धियां जीवन में फलीभूत करनें का दस्तावेज : प्रभात झा
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद प्रभात झा ने बजट को विकासोन्मुखी बजट बताते हुए कहा कि सरकार ने किसानों को 10 लाख करोड तक का कर्ज देने का निर्णय लिया है वहीं 60 दिन का कर्ज माफ करने का निश्चय किया है। साथ ही 40 फीसदी किसानों को कोऑपरेटिव सोसायटीस के माध्यम से क्रेडिट देने तथा फसल बीमा योजना के कवरेज को 30 प्रतिशत से बढाकर 40 प्रतिशत करने का निर्णय ऐतिहासिक है साथ ही किसान खेती की जमीन की मिट्टी का टेस्ट आसानी से करा सके इसके लिए सोयल हेल्थ कार्ड के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों में मिनी लैप्स बनाने का प्रावधान किया गया है।
कांग्रेस ने आज पेश किए गए आम बजट को चुनावी बजट बताया है। कांग्रेस ने कहा कि बजट में कोई नई योजना नहीं है। ना ही बेरोजगार युवकों को रोजगार देने का कोई प्रावधान किया है। वहीं किसानों गृहणियों को भी बजट में कुछ भी नहीं दिया है। सब कुल मिलाकर बजट केवल चुनावी है।
उधर व्यापारिक संस्था मप्र चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ने भी बजट का स्वागत किया है। चेंबर ने कहा कि केन्द्रीय बजट में सभी वर्गों को खुश करने का प्रयास किया गया है। चेंबर ने पचास करोड तक के टर्न ओवर वाले उद्योगों पर कर की दर ३० प्रतिशत से घटाकर २५ प्रतिशत किए जाने को स्वागत योग्य कदम निरूपित किया है। साथ ही तीन से पांच लाख तक की आय पर कर की दर को १० प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत किया जाना स्वागत योग्य कदम है। मप्र चेंबर के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, संयुक्त अध्यक्ष यश गोयल उपाध्यक्ष सुरेश बंसल, मानसेवी सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल, संयुक्त मानसेवी सचिव जगदीश मित्तल कोषाध्यक्ष गोकुल बंसल ने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा पेश किए गए बजट में लगभग सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। बजट में जहां किसानों की आय बढाकर दो गुना किए जाने का लख्य रखा गया है वहीं कर को कम किया जाना प्रशंसनीय है। चेंबर ने कहा कि पचास करोड तक के टर्न ओवर वाले उद्योगों का कर तीस से २५ प्रतिशत किया जाना उद्योगों को राहत प्रदान करेगा। बुजुर्गो को आधार आधारित हैल्थ स्मार्ट कार्ड जारी करना मेडीकल पोस्ट ग्रेजुएट में पांच हजार सीट बढाया जाना प्रवेश के लिए नेशनल टेस्ट एजेंसी का गठन भगोडों की संपत्ति जब्ती का कानून बनाए जाने का प्रावधान प्रशंसनीय है। सबसे बडा रेल टिकट पर लगने वाला अधिभार हटाना , कैशलैस व्यवस्था को और सुदृढ बनाना, राजनैतिक पार्टियों द्वारा लिए गए चंदे की सीमा दो हजार करना इससे पारदर्शिता को बढावा देगा। चेंबर पदाधिकारियों ने कहा कि चेंबर एक पोस्ट बजट मेमोरेंडम वित्त मंत्री को प्रेषित किया जाएगा।