होशंगाबाद । जिले के मेहंकीखेड़ा गांव में शुक्रवार सुबह एक बाघ ने महिला को अपना शिकार बना लिया। इसके बाद इलाके में दहशत का माहौल है, साथ ही महिला की मौत से गुस्साए लोगों ने यहां इको सेंटर में आग भी लगा दी है। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिपरिया के आदिवासी अंचल मटकुली के मेहंदीखेड़ा गांव में शुक्रवार सुबह जंगल से आए एक बाघ ने खेत में काम कर रही कुसमरिया बाई उम्र करीब 45 साल पर हमला कर उसको मार दिया। हालांकि बाघ ने महिला को एक पैर को बुरी तरह जख्मी कर दिया था।
इस घटना के बाद गुस्साए आदिवासियों ने मटकुली के इको सेंटर में न केवल तोड़फोड़ की हैं, बल्कि सेंटर के एक हिस्से में आग भी लगा दी हैं। नाराज ग्रामीणों का कहना हैं कि कई गांव को विस्थापित कर दिया हैं, परंतु इसके बाद भी अब शेर हमारे घरों तक आ पहुंच रहे हैं। ग्रामीण सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन के खिलाफ आक्रोशित हैं।
ग्रामीणों ने पचमढी-छिंदवाड़ा-भोपाल मार्ग पर चक्काजाम कर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की हैं। चक्काजाम स्थल पर स्टेशन रोड टीआई सतीश अंधवान ने पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया परंतु ग्रामीण किसी की बात सुनने को तैयार नहीं हैं। गौरतलब हैं कि हाल ही में बांधवगढ़ से इस बाघ को पट्टन गांव में छोड़ा गया था, जिसने गुरुवार को ही 2 गायों को अपना शिकार बनाया था।