इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में हातोद के ग्राम पालिया में बिल्डर अरविन्द परमार हत्याकांड का पुलिस ने आज गुुरुवार को खुलासा कर दिया। बिल्डर की हत्या चार बीघा जमीन के सिलसिले में करवाई गई थी, जिसके लिए आरोपियों ने शूटर को 20 लाख रुपए की सुपारी दी थी। पुलिस ने मामले में शूटर सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने 21 अक्टूबर को परमार की उसी के ऑफिस में घुसकर गोली मारने के बाद चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।
एडीजी वरुण कपूर और एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने पत्रकारों को बताया कि 21 अक्टूबर की शाम 6 बजे हातोद के ग्राम पालिया में मृतक अरविंद पिता मूलशंकर परमार निवासी वेंकटेश विहार कॉलोनी अपने पार्टनर मनोज पिता विक्रम सिंह निवासी पालिया अपने विनायक कंट्रक्शन के आफिस मे बैठे हुए थे। उसी समय दो अज्ञात व्यक्ति बाइक से आए और ऑफिस में दाखिल होते ही अरविंद के बारे में पूछा। जैसे ही अरविंद ने हां कहा हमलावरों ने उस पर पिस्टल निकालकर फायर कर दिया। उसका साथी उसे बचाने उठा तो बदमाशों ने उस पर भी गोली दाग दी, जो उसके हाथ पर जाकर लगी। इस पर मनोज वहां से जान बचाकर भागा। इसके बाद हमलावरों ने अरविंद को चाकुओं से गोद दिया। सूचना के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की तो चार हमलावरों के बारे में जानकारी मिली।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक पालिया में सुपर सिटी के नाम से एक कॉलोनी काट रहा है। इसलिए दिलीप चौधरी से उक्त कॉलोनी की जमीन के लिए उसने रेशो एग्रीमेन्ट किया गया था। पूर्व में दिलीप ने अमन पिता मोहन निवासी पालिया और उसके साथी शशिकांत पिता माखनलाल के साथ नयन पिता माखनलाल मंडलोई निवासी पालिया से भी इसी जमीन को लेकर रुपयों का लेनदेन था। इस पर दिलीप ने अपनी चार बीघा जमीन का पावर एग्रीमेन्ट 11 महीने के लिए अमन और उसके सहयोगियों के साथ किया था। इसके बाद दिलीप ने अमन और उसके सहयोगियों को 42 लाख रुपए चुकाए थे। ये दिलीप ने अरविंद के साथ कॉलोनी में पार्टनरशिप हासिल किए थे।
इसी बात को लेकर अमन और उसके सहयोगी अरविंद से खफा थे। यदि अरविंद दिलीप को रुपए नहीं देता तो ये जमीन अमन और उसके सहयोगी हडपने की तैयारी में थे। जमीन हाथ से जाने से गुस्साए अमन ने 14 अक्टूबर को अपने साथी अर्जुन पिता भागीरथ निवासी बागणगंगा, नयन और शशिकांत ने पालिया स्थित शंकर के खेत पर पार्टी की और यहीं पर अरविंद की हत्या की प्लानिंग की और अर्जुन को हत्या के लिए 20 लाख रुपए की सुपारी दे दी।
प्लानिंग के अनुसार 15 अक्टूबर की रात अमन ने पालिया में विक्रम मंडलोई पर गोली चलाई, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद 21 अक्टूबर को अर्जुन अपने साथी सोनू उर्फ सिगरेट निवास और शशिकांत के साथ अमन के खलिफा ढाबा में मिले। यहां पर उन्होंने शुभम पिता माणिक निवासी पालिया को कॉल कर अरविंद की लोकेशन पूछी। इस पर शुभम ने अरविंद का ऑफिस में बैठे होना बताया। इसके बाद अर्जुन साथी सोनू के साथ ऑफिस पहुंचे और पहचान के लिए अरविंद के बारे में पूछा, उसके हां कहते ही उसे गोली मार दी। सोनू ने अरविंद के साथी मनोज पर भी फायर किया, जो उसके हाथ में लगी। इस पर वह जान बचाकर वहां से भाग निकला। इसके बाद उन्हांेने अरविंद को चाकू से गोद दिया। मामले में पुलिस ने नयन, शशिकांत और शुभम को हिरासत में लेकर पूछताछ की और शूटर सोनू उर्फ सिगरेट को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या में उपयोग हथियार और सुपारी के पांच हजार रुपए भी बरामद कर लिए हैं।