भोपाल ! तुम मेरे सामने ही दूसरी लडक़ी से कैसे बात कर सकते हो। मैं मरने जा रही हूं, मंगेतर से गुस्से में यह कहकर एक छात्रा ने अपना फोन बंद किया और श्यामला हिल्स स्थित शांति निकेतन कन्या छात्रावास में फांसी लगा ली। मंगेतर ने उस लडक़ी (सहेली) को फोन कर बचाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। हालांकि मृतका के पास पत्र नहीं मिलने से आत्महत्या के असल कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
कोतवाली सीएसपी गोपाल सिंह धाकड़ के अनुसार मूलत: उदायपुरा, रायसेन निवासी दीक्षा पांडेय पिता हरीश पांडेय उम्र 21 वर्ष रीजनल कॉलेज में बीएससी बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह श्यामला हिल्स स्थित शांति निकेतन के कन्या छात्रावास में रहती थी। बुधवार रात ग्वालियर में उसकी मंगेतर चंद्रप्रकाश मिश्रा से फोन पर बात हुई। इसी दौरान मजाक-मजाक में चंद्रप्रकाश ने उसके सामने ही छात्रा की सहेली से भी बात कर ली। इससे नाराज दीक्षा ने कहा तुम मेरे सामने ही दूसरी लडक़ी से कैसे बात कर सकते हो। मै आत्महत्या करने जा रही हूं, इतना कहते ही उसने फोन बंद कर दिया। इसके बाद चंद्रप्रकाश ने छात्रावास में दीक्षा की सहेली को फोन करके उसके पास जाने को कहा। सहेली जब उसके कमरे में पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी प्रयास के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला, तो उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया। देर रात श्यामला हिल्स पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण पुलिस को दरवाजा तोडऩा पड़ा। अंदर दीक्षा दुपट्टे के फंदे पर लटकी हुई थी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर कमरे की तलाशी ली। वहां किसी तरह का पत्र नहीं मिला। हालांकि मौके पर मिले मृतका के मोबइल फोन पर उसकी आखिरी बात चंद्रप्रकाश से हुई थी। चंद्रप्रकाश ने ही विवाद होने की बात पुलिस को बताई।

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