भोपाल ! सूखीसेवनिया से 1 जुलाई को अगवा हुए नर्सिंग छात्र गोविंद मीणा का शव बुधवार को पुलिस ने मंडीदीप स्थित 25 फीट नीचे नदी में बरामद कर लिया है। गोविंद की हत्या उसके परिचित मोनू उर्फ राधेश्याम ने अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि पिछले शुक्रवार को सूखी सेवनिया के पास अमोनी गांव में ईंट भट्टे का कारोबार करने वाले बटनलाल मीणा के बेटे गोविंद मीणा का अपहरण हो गया था। जांच में सामने आया कि वह दोस्त को छोडऩे स्टेशन गया था, जिसके बाद वह घर नहीं लौटा। इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले देवेंद्र उर्फ देवा को हिरासत में लिया था। पूछताछ में आरोपी देव ने पुलिस को अपहरण और हत्याकांड के बारे में सारी सच्चाई बता दी। देवा ने बताया कि अपहरण वाले दिन ही मोनू उर्फ राधेश्याम, शिवपाल और जितेंद्र के साथ मिलकर उसने गोविंद की हत्या कर दी थी। देवा ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद चारों ने मिलकर गोविंद का शव मंडीदीप स्थित एक नदी के पुल के नीचे फेंक दिया था। शव ऊपर न आ जाए इसके लिए आरोपियों ने शव पर पत्थर रख दिए थे। आरोपी की बताई हुई जगह पर पानी का बहाव तेज होने के कारण दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने गोविंद का शव बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में देवेन्द्र के साथ शिवपाल उर्फ लालू को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि राधेश्याम और जितेन्द्र की तलाश की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अपहरण वाले दिन ही गोविंद की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद पुलिस और परिजनों को गुमराह करने के लिए आरोपी लगातार फिरौती की रकम 15 लाख रुपए की मांग करते रहे।
पुलिस के अनुसार , मृतक गोविंद ने आरोपी मोनू को अपने साथ कॉलेज में साथ पढऩे वाली छात्रा से संबंध तोडऩे के लिए कहा था। आरोपी मोनू की दोस्ती छात्रा से फेसबुक पर हुई थी। छात्रा को अपने जाल में फंसाने के लिए मोनू ने कहा था कि उसे ब्लड कैंसर है, इसलिए वह उसे प्यार दे। कुछ दिनों बाद छात्रा को सारी सच्चाई पता चल गई और उसने मोनू से दोस्ती खत्म कर ली। यह बात छात्रा ने गोविंद को बताई थी।