भोपाल ! मध्य प्रदेश में नेशनल डी वर्मिग डे के मौके पर बुधवार को बच्चों को दी गई कृमि नाशक गोलियां खाने से 50 से ज्यादा बच्चों की तबियत बिगड़ गई। अस्पताल में उपचार के बाद बच्चों को छुट्टी दे दी गई। रायसेन जिले के बरेली और सांची में बच्चों को दवा दिए जाने के बाद तबियत बिगड़ गई। बरेली के अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) ओ पी सोनी ने आईएएनएस को बताया कि बरेली के मारिया विद्या सदन में दवा खाते हुए 15 बच्चों की तबियत बिगड़ गई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बच्चे खाली पेट थे। इन बच्चों को अस्पताल में मिले उपचार के बाद छुटटी दे दी गई। इसी तरह सांची में भी लगभग 25 बच्चों की तबियत बिगड़ने की खबर है।
इसके अलावा झाबुआ जिले के पेटलावाद और मंडला में भी बच्चों की तबियत बिगड़ गई। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि खाली पेट दवा खाने से गैस्टिक आदि की दिक्कत हो जाती है। ऐसा ही कुछ इन मामलों में हुआ होगा।
यह आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सहित स्कूल शिक्षा, महिला-बाल विकास और आदिवासी विकास विभाग के सहयोग से हुआ। नेशनल डी वर्मिग डे के राज्य-स्तरीय अभियान का शुभारंभ भोपाल में समारोह में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य गौरी सिंह ने किया। उन्होंने स्थानीय सरोजनी नायडू गर्ल्स स्कूल, शिवाजी नगर में बच्चों को दवा खिलाई।

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