भोपाल। मध्य प्रदेश की नर्से सोमवार को अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर रहीं, जिसके चलते सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। वहीं सरकार ने नर्सो को भरोसा दिया है कि वह उनकी मांगों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। राज्य के संयुक्त मोर्चा नर्सेस एसोसिएशन के आह्वान पर नर्से सोमवार को एकदिवसीय हड़ताल पर रही। उनकी मांग है कि वेतन वृद्घि सहित रात्रि भत्ता व अन्य सुविधाएं दी जाएं। इस हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रही, जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
एसोसिएशन की अध्यक्ष रेखा परमार ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए ग्वालियर में कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है, सोमवार को तो वे एक दिवसीय सांकेतिक तौर पर हड़ताल पर हैं, अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे 16 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस हड़ताल में नर्सिग छात्रों को भी शामिल किया जाएगा।
वहीं राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि अक्टूबर माह में नर्सो के हितों में कई फैसले लिए गए हैं। अगर उनकी मांग शेष है तो उन्हें चर्चा करनी चाहिए, सरकार इसके लिए तैयार है।